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WHO ने किया आगाह, बोले- ''कोरोना का डेल्टा स्वरूप बहुत खतरनाक है और लगातार बदल रहा है'
Deepa Sahu
3 July 2021 5:28 PM GMT
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दुनिया कोविड-19 महामारी के बेहद ‘खतरनाक दौर’ में है।
संयुक्त राष्ट्र: दुनिया कोविड-19 महामारी के बेहद 'खतरनाक दौर' में है जिसके डेल्टा जैसे स्वरूप अधिक संक्रामक हैं और वक्त के साथ लगातार बदल रहे हैं. ये कहना है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस अदहानोम गेब्रेयेसस का. उन्होंने दुनिया को आगाह किया कि जिन देशों की कम आबादी को वैक्सीन लगी है, वहां अस्पतालों में फिर से मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है.
कोरोना के डेल्टा वेरिएन्ट पर WHO की चेतावनी
शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा, ''डेल्टा जैसे स्वरूप अधिक संक्रामक हैं और कई देशों में तेजी से फैल रहा है. इसी के साथ ही हम इस महामारी के बहुत खतरनाक दौर में हैं.'' गेब्रेयसस ने कहा, ''कोई भी देश अभी तक खतरे से बाहर नहीं है. डेल्टा स्वरूप खतरनाक है और यह वक्त के साथ और बदल रहा है जिस पर लगातार नजर रखने की जरूरत है.'' उन्होंने दावा किया कि डेल्टा स्वरूप कम से कम 98 देशों में पाया गया है और उन देशों में तेजी से फैल रहा है जहां कम और ज्यादा टीकाकरण हुआ है. उन्होंने कहा, ''जन स्वास्थ्य और सामाजिक उपाय जैसे कड़ी निगरानी, जांच, शुरुआती स्तर पर बीमारी का पता लगाना, आइसोलेशन और चिकित्सीय देखभाल अब भी महत्वपूर्ण हैं.''
सभी देशों में 70 फीसद आबादी का हो टीकाकरण
डब्ल्यूएचओ महानिदेशक का मानना है कि मास्क लगाना, सामाजिक दूरी का पालन करना, भीड़भाड़ वाली जगहों से बचना और घरों को हवादार रखने की की पर्याप्त व्यवस्था जरूरी है. उन्होंने दुनियाभर के नेताओं से अगले साल तक हर देश की 70 प्रतिशत आबादी को कोविड-19 रोधी वैक्सीन लगवाने का आग्रह किया. उन्होंने नसीहत दी कि इसके लिए एक साथ प्रयास सुनिश्चित किए जाने चाहिए. उन्होंने कहा, ''महामारी को खत्म करने, लोगों की जान बचाने, वैश्विक आर्थिक बहाली और खतरनाक स्वरूपों को पैदा होने से रोकने का ये सबसे अच्छा तरीका है. इस सितंबर के अंत तक हम नेताओं से सभी देशों के कम से कम 10 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन लगाने का अनुरोध कर रहे हैं.'' गौरतलब है कि डब्ल्यूएचओ ने इस हफ्ते कहा था कि सबसे पहले भारत में पहली बार पाया गया डेल्टा स्वरूप अब करीब 100 देशों में पाया जा रहा है.
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