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WHO टीम पहुंची वुहान के प्रांतीय रोग नियंत्रण केंद्र, कई देशों में सख्त नियमों का विरोध

Deepa Sahu
2 Feb 2021 2:58 AM GMT
WHO टीम पहुंची वुहान के प्रांतीय रोग नियंत्रण केंद्र, कई देशों में सख्त नियमों का विरोध
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विश्व में जहां कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 10.36 करोड़ का आंकड़ा पार कर गई है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क: विश्व में जहां कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 10.36 करोड़ का आंकड़ा पार कर गई है वहीं अब तक इस महामारी में 22.39 लाख लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। इस बीच, कोरोना वायरस की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए चीन पहुंचे विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के दल ने यहां एक प्रांतीय रोग नियंत्रण केंद्र का दौरा किया जो संक्रमण के शुरुआती प्रसार के दौरान प्रबंधन में शामिल था।

डब्ल्यूएचओ के जांचकर्ताओं का दल पिछले महीने हुबेई की प्रांतीय राजधानी वुहान पहुंचा था। यह दल वुहान के उन अस्पतालों का दौरा भी कर चुका है, जहां महामारी की शुरुआत में कोरोना वायरस के मरीजों का उपचार किया गया था।
डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञों का दल ऐसे समय में हुबेई प्रांतीय रोग नियंत्रण केंद्र पहुंचा, जब चीन ने पूरी दुनिया में वायरस संबंधी सूचना तक पहुंच नियंत्रित कर रखी है। चीन शुरुआत से ही संक्रमण से निपटने के दौरान पर्याप्त कदम नहीं उठाए जाने संबंधी आरोपों को नजरअंदाज करता रहा है।उसका कहना है कि यह वायरस किसी अन्य देश से उसके देश में आया। इस बीच, चीन में अभी भी संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। सोमवार को संक्रमण के 33 नए मामले सामने आए।
कई देशों में सख्त नियमों का विरोध
बेल्जियम में पुलिस ने सख्त नियमों का विरोध कर रहे 200 लोगों को हिरासत में लिया। पुलिस ने डिस्को में छापा मारकर इन्हें पकड़ा। इस दौरान पुलिस ने आंसू गैस का भी इस्तेमाल किया। वहीं नीदरलैंड्स के एमस्टर्डम में पुलिस ने अवैध रूप से इकट्ठा हुए 600 लोगों को हिरासत में लिया।उधर, ऑस्ट्रिया की राजधानी विएना में हजारों लोगों ने सख्त नियमों के खिलाफ मार्च निकाला। इनमें से अधिकतर ने मास्क नहीं लगाए हुए थे और सामाजिक दूरी का भी पालन नहीं कर रहे थे। वहीं ब्राजील में प्रदर्शनकारियों ने रविवार को विभिन्न शहरों में प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रपति जेयर बोल्सनारो के खिलाफ नाराजगी जाहिर की।
भारत आने की तैयारी कर रहा शख्स कोरोना संक्रमित
सिंगापुर के 36 वर्षीय एक स्थायी निवासी को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। उन्होंने भारत आने के लिए कोविड-19 की जांच कराई थी। 'स्ट्रेट्स टाइम्स' ने स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से बताया कि वे पिछले साल 19 दिसंबर को ही भारत यात्रा से लौटे थे और दो जनवरी तक निर्धारित केन्द्र में क्वारंटीन रहे थे। 31 दिसंबर को आई रिपोर्ट में उनके संक्रमित ना होने की पुष्टि हुई थी।
सिएटल : आधी रात को अस्पताल में लगी भीड़
अमेरिका के सिएटल शहर में उस वक्त हालात बिगड़ गए जब एक अस्पताल में वैक्सीन से भरा फ्रीजर अचानक खराब हो गया। अस्पताल ने मध्य रात्रि को ही संदेश भेजकर लोगों को अस्पताल बुलाया ताकि बिना फ्रीजर के टीके खराब नहीं हों।
इस दौरान जो जिस कपड़े में था उसी हालत में अस्पताल पहुंचा और बाहर कई किलोमीटर लंबी लाइन लग गई। बता दें कि फ्रीज न चलने के चलते करीब 1600 खुराकों के बर्बाद होने का खतरा था इसलिए अस्पताल ने संदेश जारी किया।


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