विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बुधवार कोरोना को लेकर अपनी रिपोर्ट जारी की है। इसमें विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि पिछले हफ्ते में कोरोना से मौतों के मामले में 40 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने संभावना जताई है कि अमेरिका में कोविड-19 से होने वाली मौतों की रिपोर्ट में बदलाव और भारत में नए समायोजित आंकड़ों के कारण मौतों की संख्या बढ़ी है। कोरोना महामारी को लेकर अपनी साप्ताहिक रिपोर्ट में डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि 2022 में जनवरी के अंत और मार्च की शुरुआत के बीच कोरोना के नए मामलों की संख्या में कमी आ रही थी। इसके बाद मामलों में लगातार दो सप्ताह की वृद्धि हुई। फिर, 21से 27 मार्च, 2022 तक नए मामलों की संख्या में पिछले सप्ताह की तुलना में 14 प्रतिशत की कमी आई है।
कोरोना के नए मामलों में आई कमी
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि कोरोना के नए मामलों की संख्या हर जगह गिरावट आई है। इसमें डब्ल्यूएचओ का पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र भी शामिल है। इस क्षेत्र में कोरोना के मामले दिसंबर से बढ़ रहे थे। पिछले एक सप्ताह में दुनिया भर में लगभग 10 लाख कोरोना संक्रमण के मामले और 45,000 से अधिक मौतें हुईं हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि 27 मार्च, 2022 तक वैश्विक स्तर पर 479 मिलियन से अधिक कोरोना के एक्टिव मामले और 6 मिलियन से अधिक मौतें हुई हैं।
डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी देते हुए कहा है कि कोरोना के मामलों की संख्या के आधार पर कोरोना के फैलाव को बहुत कम करके आंका जा सकता है, लेकिन ये ठीक नहीं है। हाल के समय में विभिन्न देशों को कोरोना टेस्टिंग और अन्य निगरानी उपायों में ढ़ील दिए जाने और निगरानी बंद किए जाने को लेकर डब्ल्यूएचओ ने आगाह किया है। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि ऐसा करने से वायरस के प्रसार को सही ढंग से ट्रैक नहीं किया जा सकेगा।
डब्ल्यूएचओ ने दी चेतावनी
डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी देते हुए कहा डेटा उत्तरोत्तर कम प्रतिनिधि, कम सामयिक और कम मजबूत होता जा रहा है। यह हमारी ट्रैक करने की हमारी सामूहिक क्षमता को रोकता है कि वायरस कहां है, यह कैसे फैल रहा है और यह कैसे विकसित हो रहा है। यूरोप, उत्तरी अमेरिका और अन्य जगहों पर कई देशों ने हाल ही में अपने लगभग सभी कोविड प्रोटोकाल को हटा लिया है।
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि एक और संक्रमण स्पाइक को रोकने के लिए टीकाकरण के उच्च स्तर पर भरोसा करना होगा। वर्तमान में कोरोना का वैरिएंट ओमिक्रोन सबवैरिएंट BA.2 नए मामलों में वृद्धि का कारण बन रहा है।डब्ल्यूएचओ ने कहा कि जब तक हम महामारी के अंत तक नहीं पहुंच जाते, देशों को टीकाकरण रणनीतियों, वैक्सिनेशन और अन्य जरूरी उपायों पर ध्यान देना होगा।
शंघाई में लगा लॉकडाउन
कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेजी आने के बाद चीन के प्रमुख शहर शंघाई ने लॉकडाउन प्रतिबंध सख्त कर दिए गए हैं। इसके तहत शहर के आधे पूर्वी हिस्से में सभी लोगों पर घर से बाहर निकलने पर रोक लगा दी गई है। वह अपने पालतू जानवरों को टहलाने के लिए भी बाहर नहीं निकल सकते हैं। मंगलवार को चीन में कोरोना के रिकॉर्ड 4477 नए मामले दर्ज किए गए थे।
इस संबंध में इलाके के आवासीय परिसरों की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि पुडोंग जिले के सभी नागरिकों को घर के अंदर ही रहने का निर्देश दिया गया है। बयान के अनुसार, लोगों को केवल कोविड-19 जांच कराने के लिए ही बाहर निकलने की अनुमति दी जाएगी। बता दें कि शंघाई स्टॉक एक्सचेंज और कई प्रतिष्ठित वित्तीय संस्थान पुडोंग जिले में ही स्थित हैं।