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सांप्रदायिक हिंसा के मामले में किया गया गिरफ्तार
बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के दौरान कई इलाकों में हुई सांप्रदायिक हिंसा के मुख्य संदिग्ध को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान इकबाल हुसैन के रूप में हुई है। पुलिस ने कहा कि इकबाल को कुमिल्ला जिला की पुलिस हिरासत में रखा गया है। पुलिस ने कहा कि अभियुक्त की पहचान सीसीटीवी फुटेज के आधार पर की गई। पुलिस ने अपने एक बयान में बताया कि पिछले एक हफ्ते में हुई हिंसा में कम से कम सात लोगों की मौत हुई है। आखिर कौन है इकबाल हुसैन ?
मुख्य अभियुक्त इकबाल को है ड्रग्स की लत
इकबाल और उनके पिता का नाम नूर अहमद आलम है। अभियुक्त की उम्र 30 वर्ष है। हालांकि, यह अभी तक साफ नहीं हो सका है कि उसका वास्ता किसी राजनीतिक दल से है या नहीं। फिलहाल उसके पास कोई स्थायी नौकरी नहीं है। वह कुमिल्ला के सुजानगर का रहने वाला है। ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक इकबाल की मां का नाम अमीना बेगम है। अमीना का दावा है कि उसका बेटा ड्रग्स लेता है। उसे ड्रग्स की लत है। मां का कहना है कि वह अपने ही परिवार के सदस्यों को परेशान करता है।
मां ने कहा- मानसिक रूप से परेशान है इकबाल
मां अमीना बेगम का कहना है कि दस वर्ष पूर्व पड़ोसियों ने उनके बेटे को चाकू से घोंप दिया था। तब से उसका बेटा मानसिक रूप से परेशान है। इकबाल के परिजनों का कहना है कि अगर उनका बेटा सच में दोषी है तो उसे जरूर सजा मिलनी चाहिए। इकबाल के भाई रैहन ने कहा कि यह संभव है कि कुछ लोगों के उकसावे में आकर उसने यह काम किया हो। रैहन ने कहा कि इकबाल की तलाशी के वक्त उसने पुलिस की मदद की है।
सीसीटीवी फुटेज में आखिर क्या दिखा
पुलिस सीसीटीवी फुटेज के जरिए मुख्य अभियुक्त तक पहुंचने में कामयाब रही। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज अब सोशल मीडिया पर शेयर हो रहा है। सीसीटीवी के फुटेज में यह देखा जा सकता है कि एक शख्स देर रात तक पूजा पंडाल में अपने हाथ में कुछ लेकर प्रवेश करता है। इसके बाद वह पंडाल से हनुमान की गदा लेकर वापस आ रहा है। पूजा पंडाल में कुरान दुर्गा मंडप में आठवें दिन या अष्टमी को मिला था। इसके बाद यह सूचना बहुत तेजी से फैल गई कि पूजा पंडाल में कुरान रखी गई है। इसके बाद एक समूह ने एकत्र होकर पूजा पंडाल में तोड़ फोड़ शुरू कर दी। उपद्रवियों ने कुरान का अपमान करने का आरोप लगाया।
23 जिलों में फैल गई हिंसा
उधर, पूजा पंडालों में हिंसा और मंदिरों में तोड़फोड़ की घटनाओं के बाद बांग्लादेश की सरकार ने दुर्गा पूजा समारोहों में सुरक्षा कड़ी कर दी है। यह हिंसा 23 जिलों में फैल गई जिसे देखते हुए पीएम शेख हसीना को दंगों को नियंत्रित करने के लिए सीमा रक्षक सैनिकों और एलीट रैपिड एक्शन बटालियन की इकाइयों की तैनाती करनी पड़ी। हिंसा करने के आरोप में करीब सौ से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इससे बांग्लादेश के पुलिस प्रशासन और अर्धसैनिक बलों को पूरे बांग्लादेश में सतर्क कर दिया गया है। इसके अलावा, बांग्लादेश के खुलना में एक हिंदू मंदिर में 18 देशी बम बरामद किए गए हैं।
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