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WHO ने ओमिक्रॉन वेरिएंट पर दी अहम जानकारी, बेशक डेल्टा के मुकाबले कम खतरनाक है लेकिन...

Neha Dani
24 Jan 2022 9:00 AM GMT
WHO ने ओमिक्रॉन वेरिएंट पर दी अहम जानकारी, बेशक डेल्टा के मुकाबले कम खतरनाक है लेकिन...
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ओमिक्रॉन वेरिएंट जल्द ही पीक पर होगा लेकिन इसमें गिरावट पूरे अमेरिका में समान रूप से देखने को नहीं मिलेगी.

दुनियाभर में कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) अतीत में मिले अल्फा, बीटा और घातक डेल्टा जैसे वेरिएंट की जगह लेता जा रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) की टेक्निकल लीड ने लोगों से सतर्क रहने को कहा है. क्योंकि ओमिक्रॉन 'तेजी से लोगों के बीच फैल रहा है.' एक कार्यक्रम में डब्ल्यूएचओ की टेक्निकल लीड मारिया वान केरखोव (Maria Van Kerkhove) ने कहा कि ओमिक्रॉन, डेल्टा के मुकाबले कम खतरनाक है लेकिन ये गंभीर भी हो सकता है, जैसा हमने पिछले स्ट्रेन्स के दौरान देखा था.

जब उनसे पूछा गया कि ओमिक्रॉन अगर डेल्टा के मुकाबले कम खतरनाक है, तो फिर इससे संक्रमित होने वाले लोग क्यों अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं और क्यों कुछ लोगों की मौत हो रही है? इसपर उन्होंने कहा, 'जो लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित हो रहे हैं, उनमें भी बीमारी का असर दिख रहा है (WHO on Omicron Variant). किसी में लक्षण नहीं हैं तो किसी की हालत गंभीर हो रही है. यहां तक कि लोगों की मौत भी हो रही है.' उन्होंने कहा, 'जिन लोगों की उम्र ज्यादा है, वैक्सीन नहीं लगवाई है या दूसरी गंभीर बीमारी हैं, उनकी हालत कोविड-19 के ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण गंभीर हो सकती है.'
क्या सभी होंगे ओमिक्रॉन से संक्रमित?
जब केरखोव से पूछा गया कि क्या हर कोई ओमिक्रॉन से संक्रमित होगा? तो इसपर उन्होंने कहा, 'तेजी से फैलने के मामले में ओमिक्रॉन दूसरे वेरिएंट की जगह ले रहा है और यह आसानी से लोगों के बीच फैल रहा है.' केरखोव ने कहा कि बेशक दुनियाभर में ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि सभी को ओमिक्रॉन होगा. संयुक्त राष्ट्र की हेल्थ एजेंसी (United Nations Health Agency) डब्ल्यूएचओ ने इससे पहले कहा था कि शुरुआती साक्ष्य बताते हैं कि मौजूदा कोविड-19 वैक्सीन ओमिक्रॉन के संक्रमण के खिलाफ कम प्रभावी हैं. इससे दोबारा संक्रमित होने का खतरा सबसे अधिक है.
लोग ओमिक्रॉन को हल्के में ना लें- WHO
संगठन ने इस महीने की शुरुआत में कहा था, 'इसी वजह से इस नए वेरिएंट ऑफ कन्सर्न का खतरा काफी अधिक है.' डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस अदनोम गेब्रेयसस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने हाल ही में दोहराया था कि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है. उन्होंने लोगों के ओमिक्रॉन को हल्के में लिए जाने की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा था, 'ये महामारी खत्म नहीं हुई है.' वर्तमान में कोरोना वायरस से दुनिया का सबसे प्रभावित देश अमेरिका है. अमेरिका के बाद भारत दूसरे स्थान पर है. हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के चीफ मेडिकल अफसर एंथनी फाउची का कहना है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट जल्द ही पीक पर होगा लेकिन इसमें गिरावट पूरे अमेरिका में समान रूप से देखने को नहीं मिलेगी.

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