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भारत के रिसर्च ऑर्गनाइजेशन की संख्या 100 से बढ़कर 200 से ज़्यादा की संख्या तक पहुंच गई है."
पीएम नरेंद्र मोदी इस समय अमेरिका के दौरे पर हैं. पीएम मोदी ने कल अमेरिका के राष्ट्रपति से भी मुलाकात की. दुनिया के दो शीर्ष नेताओं के बीच हुई इस बैठक में भारत और अमेरिका के बीच आपसी संबंधों को मजबूत बनाने को लेकर कई अहम मुद्दों पर भी बात हुई. इसी बीच व्हाइट हाउस ने शुक्रवार एक बयान जारी करते हुए बताया है कि किस तरह से अमेरिका ने 5 करोड़ 60 लाख भारतीय लोगों को कोविड-संबंधी हेल्थ ट्रेनिंग में मदद की है. साथ ही बयान में कहा गया है कि अमेरिका पिछले 50 साल से भी लंबे समय से भारत में पब्लिक हेल्थ के मुद्दों पर सरकार के साथ मिलकर काम करता आ रहा है.
व्हाइट हाउस ने अपने बयान में कहा, यूएस एजेंसी फ़ॉर इंटरनेशनल डिवेलपमेंट (USAID) ने कोविड महामारी के इस दौर में करोड़ों भारतियों को इससे संबंधित हेल्थ ट्रेनिंग, वैक्सीन को लेकर जानकारी और इसके इलाज के लिए जरुरी स्वास्थ्य उपकरण उपलब्ध कराए हैं. साथ ही बयान में इस बात पर भी जोर दिया गया कि कैसे पिछले 50 साल से भी ज्यादा वक्त से यूएस सेंटर्स फ़ॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेन्शन (CDC) भारत के सरकारों के साथ मिलकर उसकी पब्लिक हेल्थ की जरूरतों पर काम करता आ रहा है.
CDC ने मार्च 2020 से अब तक दिए 118 करोड़ रुपये
व्हाइट हाउस के बयान के मुताबिक, "CDC ने मार्च 2020 से अब तक इस कोरोना महामारी के दौरान भारत में लगभग 118 करोड़ रुपये (16 मिलियन डॉलर) अलग अलग कामों के लिए जारी किए हैं. इस रकम का इस्तेमाल यहां कोविड के खिलाफ बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं और इसका इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने के लिए किया गया है."
साथ ही इस बयान के मुताबिक, "पिछले कुछ साल में यूएस नेशनल इंस्टीट्यूट्स ऑफ हेल्थ (NIH) ने ऐसे लगभग 200 रिसर्च अवॉर्ड्स की फंडिंग की है जिसमें भारत भी उसका पार्ट्नर था. पिछले पांच सालों में NIH की फ़ंडिंग वाली रिसर्च स्टडी में भारत के रिसर्च ऑर्गनाइजेशन की संख्या 100 से बढ़कर 200 से ज़्यादा की संख्या तक पहुंच गई है."
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