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सऊदी अरब के दोहा (Doha) से एक जहाज करीब 1400 यात्रियों को लेकर मिस्र के सफागा शहर की ओर बढ़ रहा था
सऊदी अरब (Saudi Arabia) के दोहा (Doha) से एक जहाज करीब 1400 यात्रियों को लेकर मिस्र (Egypt) के सफागा शहर की ओर बढ़ रहा था. तभी ऐसी दर्दनाक घटना घटी, जिससे ये जहाज लाल सागर की तूफानी लहरों में फंसकर पानी में समा गया. (MS al-Salam Boccaccio 98 sank in 2006 more than 1000 died).जांच में पता चला कि इसके इंजन रूम में आग लगी थी.
हम बात कर रहे हैं साल 2006 में आज ही के दिन यानी 3 फरवरी को हुए दर्दनाक हादसे की. जिसमें 1000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. हादसे से कई लोगों को बचाया जा सकता था लेकिन जहाज के मालिक ने कैप्टन की बात मानने से इनकार कर दिया और कहा कि जहाज को आगे बढ़ाना जारी रखे. कई मंजिल वाले इस आलीशान जहाज से बहुत से यात्री हज करके लौट रहे थे.
जबकि कई सऊदी में काम करने वाले मिस्र के नागरिक थे. जहाज ने जब अपने सफर की शुरुआत की, तो किसे पता था कि इनमें से बहुत से लोगों के लिए यह आखिरी सफर साबित होगा. किसी को अंदाजा नहीं था कि रास्ते में मुसीबतों का सैलाब उनका इंतजार कर रहा है. काफी मशक्कत के बाद महज 388 लोग ही जिंदा बच पाए. जब जहाज के इंजन रूम में आग लगने का पता चला तो उसे बुझाने की कोशिश की गई, लेकिन तब तक जहाज में पानी भर गया था.
कैप्टन ने दी थी चेतावनी
जब इस जहाज ने दोहा से अपना सफर शुरू किया, उसके थोड़ी देर बाद ही इंजन रूम में छोटी सी आग लग गई थी. जहाज के कैप्टन ने मालिक से फोन पर बात भी की. उसने बताया कि हमें लौट जाना चाहिए क्योंकि आगे खतरा है. मगर मालिक को लगा कि पैसा लौटाना पड़ेगा. इसलिए उसने आगे बढ़ने का आदेश दिया. आगे चलकर पूरे जहाज में पानी भर गया और वो डूब गया. MS al-Salam Boccaccio 98 जहाज के मालिक के खिलाफ मामला चला. पहले तो उसे बरी कर दिया गया, लेकिन बाद में दोषी मानते हुए उसे जेल भेज दिया गया.
सिर्फ 10 मिनट में डूब गया जहाज
जानकारी के मुताबिक जहाज में सवार यात्रियों ने जहाज के कर्मचारियों को बताया कि इंजन रूम में आग लगी हुई है. शुरू में यह आग काफी कम थी. जहाज कर्मियों ने इसे बुझाने की कोशिश की. मगर लाल सागर अपनी तेज लहरों और डरावने बर्ताव के लिए मशहूर है. जब तक आग बुझती, जहाज में पानी भरने लगा और सिर्फ 10 मिनट के भीतर ही जहाज डूब गया. (MS al-Salam Boccaccio 98 sank in 2006 more than 1000 died) यहां तक कि जहाज का स्टाफ आपात संदेश भी नहीं भेज पाया.
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