विश्व
महंगाई की मार पड़ी तो तमाम नैतिक कसौटियां भूल गए जो बाइडन, सऊदी अरब के करीब आने को बेताब अमेरिकी राष्ट्रपति
Kajal Dubey
12 Jun 2022 9:55 AM GMT
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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने सऊदी अरब से रिश्ते सुधारने के लिए जमाल खशोगी हत्याकांड के मुद्दे को भूल कर आगे निकलने का मन बना लिया है। बाइडन प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के हवाले से टीवी चैनल सीएनएन ने ये खबर दी है। जमाल खशोगी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट के स्तंभकार थे, जिनकी 2018 में हत्या कर दी गई थी। बाद में अमेरिकी जांच एजेंसियां इस नतीजे पर पहुंची कि खशोगी की हत्या का आदेश सऊदी अरब के युवराज प्रिंस मोहम्मद-बिन-सलमान ने दिया था। 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के समय बाइडन ने वादा किया था कि वे राष्ट्रपति बने, तो प्रिंस सलमान को दुनिया में 'पराया' बना देंगे।
बाइडन प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक राष्ट्रपति इस समय यूक्रेन युद्ध के बाद प्राकृतिक गैस की महंगाई के कारण गहरे दबाव में हैं। इसलिए उन्होंने सऊदी प्रिंस के खिलाफ अपनी 'नैतिक आपत्तियों' को दरकिनार करने का फैसला किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने सीएनएन से कहा- 'दोनों पक्षों ने फैसला किया है कि पश्चिमी एशिया में शांति और स्थिरता के हित में अतीत को भूल कर आगे निकला जाए।'
सऊदी सरकार खशोगी हत्याकांड को अंजाम तक पहुंच चुका मामला मानती है। ये बात सऊदी अधिकारियों ने अमेरिका को दो टूक बता दी है। जो बाइडन के राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी दो सलाहकारों ब्रेट मैक्गर्क और अमौस होशस्टीन ने पिछले दिनों सऊदी अधिकारियों से बात की थी। उस दौरान उन्हें ये बात बताई गई। इसीलिए बाइडन ने प्रिंस सलमान से अपनी अगली मुलाकात के दौरान इस मसले को ना उठाने का फैसला किया है। सीएनएन के मुताबिक जो बाइडन संभवतः जुलाई में सऊदी अरब की यात्रा पर जाएंगे।
बाइडन के फैसले का कई हलकों से विरोध
बाइडन के इस रुख का अमेरिका में कई हलकों से विरोध हो रहा है। खशोगी की मंगेतर हैटिस सेनगिज ने आरोप लगाया है कि जो बाइडन ने अपनी नैतिक कसौटियां छोड़ दी हैँ। उन्होंने सीएनएन से कहा- 'प्रिंस सलमान से मिलने के राष्ट्रपति बाइडन के फैसले ने मुझे बुरी तरह अशांत किया है। स्वतंत्रता और न्याय के तमाम समर्थकों को भी ऐसा ही महसूस हुआ है।' एक अमेरिकी मानव अधिकार कार्यकर्ता ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर इस टीवी चैनल से कहा कि बाइडन के ताजा फैसले अरब देशों में सत्ता से असहमति रखने वाले तमाम लोगों को तगड़ा झटका लगेगा।
अमेरिकी अधिकारियों ने भी स्वीकार किया है कि प्रिंस सलमान से राष्ट्रपति बाइडन मिलने का फैसला एक कड़वी गोली की तरह है, जिसे उन्हें निगलना पड़ा है। फिलहाल, अमेरिकी विदेश नीति का प्रमुख लक्ष्य रूस को अलग-थलग करना है। ऐसी स्थिति बनाना अमेरिका का लक्ष्य है, जिससे रूस को अपना कच्चा तेल बेचने का बाजार गंवाना पड़े। ऐसे में राष्ट्रपति और उनके प्रशासन के अधिकारियों की राय बनी है कि खशोगी हत्याकांड के कारण सऊदी प्रिंस से बात ना करना दूरदर्शी नजरिया नहीं है।
बाइडन अमेरिका में बढ़ी महंगाई से चिंतित
विश्लेषकों के मुताबिक जो बाइडन खास कर अमेरिका में बढ़ी महंगाई से चिंतित हैँ। इस महंगाई का एक प्रमुख कारण प्राकृतिक गैस का महंगा होना है। एक अधिकारी ने सीएनएन से कहा- 'मुझे लगता है कि विश्व अर्थव्यवस्था में पैदा हो रही यही हताशा सभी फैसलों को प्रेरित कर रही है। ह्वाइट हाउस चिंतित है, उसमें हताशा घर कर गई है।
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