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बांग्लादेश में चीन सैन्य अड्डा बना ले तो भारत क्या करेगा? 'एक्शन से पहले यूक्रेन को खूब समझाया गया'

Neha Dani
2 March 2022 11:02 AM GMT
बांग्लादेश में चीन सैन्य अड्डा बना ले तो भारत क्या करेगा? एक्शन से पहले यूक्रेन को खूब समझाया गया
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यूक्रेनियन बदला ले रहे हों क्योंकि भारत यूक्रेन का समर्थन नहीं कर रहा है.

यूक्रेन पर हमला करने की वजह से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को दुनियाभर में तीखी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. वहीं भारतीय मूल के रूसी विधायक डॉ अभय कुमार सिंह ने रूसी राष्ट्रपति के फैसले को सही ठहराया है. यूनाइटेड रशिया पार्टी (United Russia Party) के मेंबर डॉ अभय कुमार सिंह (Dr. Abhay Kumar Singh) ने कहा कि पड़ोसी देश के खिलाफ मिलिट्री एक्शन से पहले उसे बातचीत के लिए पर्याप्त मौका दिया गया था.

बांग्लादेश में चीन सैन्य अड्डा बना ले तो भारत क्या करेगा?
उन्होंने यूक्रेन में मिलिट्री एक्शन शुरू करने के पुतिन के फैसले की असली वजह भी बताई. उन्होंने पूछा, 'अगर चीन, बांग्लादेश में अपने सैन्य अड्डे बना ले भारत की क्या प्रतिक्रिया होगी. क्या भारत यह स्वीकार करेगा कि दुश्मन उसे चारों ओर से घेर लें.' उन्होंने कहा कि इस सवाल में ही रूस के मिलिट्री एक्शन का बड़ा राज छुपा है.
'एक्शन से पहले यूक्रेन को खूब समझाया गया'
डॉ अभय कुमार सिंह (Dr. Abhay Kumar Singh) ने कहा, अगर यूक्रेन नाटो में शामिल हो जाता है तो फिर नाटो बलों और उनके हथियारों की सीधी तैनाती रूस के बॉर्डर पर हो जाएगी. चूंकि यूक्रेन हमारा पड़ोसी देश है और यह समझौते का उल्लंघन होता. इसलिए हमारे राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और संसद के पास कार्रवाई करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. ऐसे में यूक्रेन के खिलाफ मिलिट्री एक्शन का फैसला लिया गया.'
'परमाणु अटैक की खबरों में कोई दम नहीं'
उन्होंने उन खबरों को भी खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि रूस के खिलाफ साजिश कर रहे पश्चिमी देशों से मुल्क की रक्षा के लिए राष्ट्रपति ने यह अलर्ट आदेश जारी किया है. इसका मतलब किसी पर परमाणु हमले की तैयारी नहीं बल्कि अपने देश की रक्षा के लिए तैयार होना है. डॉ अभय कुमार सिंह ने कहा कि रूस के लिए अपने देश की रक्षा सबसे बड़ी बात है और वह इससे कोई समझौता नहीं करेगा. चाहे उसे इसके लिए कोई भी कुर्बानी क्यों न देनी पड़ जाए.
पटना में हुआ डॉ अभय कुमार सिंह का जन्म
बताते चलें कि डॉ अभय कुमार सिंह (Dr. Abhay Kumar Singh) का जन्म बिहार के पटना में हुआ था. उनकी स्कूल की पढ़ाई Loyola High School में हुई थी. वे वर्ष 1991 में रूस चले गए और वहां Kursk State Medical University से ग्रेजुएशन किया. पढ़ाई के बाद वे डॉक्टरी की प्रैक्टिस के लिए भारत लौट आए लेकिन फिर बाद में अपना खुद का दवा व्यवसाय शुरू करने के लिए रूस चले गए.
चुनाव जीतकर रूस में बन गए विधायक
बाद में रियल एस्टेट और निर्माण क्षेत्र में कदम बढ़ाए. इसी दौरान उनका झुकाव राजनीति की ओर हुआ और वे वर्ष 2015 में, राष्ट्र्पति पुतिन के नेतृत्व वाली यूनाइटेड रशिया पार्टी के सदस्य बन गए. उन्होंने वर्ष 2018 में कुर्स्क से प्रांतीय चुनाव जीता और 'डेप्यूटैट' (deputat) यानी विधायक बन गए. भारतीय छात्रों पर यूक्रेन में हो रहे हमलों पर डॉ अभय कुमार सिंह (Dr. Abhay Kumar Singh) ने कहा कि हो सकता है कि ऐसा करके यूक्रेनियन बदला ले रहे हों क्योंकि भारत यूक्रेन का समर्थन नहीं कर रहा है.


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