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क्या धरती पर पड़ेगा प्रभाव! 11 फरवरी को होने वाली इस आकाशीय घटना को लेकर बढ़ रही है टेंशन

Gulabi
1 Feb 2022 2:17 PM GMT
क्या धरती पर पड़ेगा प्रभाव! 11 फरवरी को होने वाली इस आकाशीय घटना को लेकर बढ़ रही है टेंशन
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क्या धरती पर पड़ेगा प्रभाव
आकाश में हर रोज कई आकाशीय घटनाएं (Celestial Event) होती हैं. कई एस्टेरॉइड इधर-उधर जाते हैं और कई बार इनके टकराने जैसी घटनाएं भी होती है. वैसे आकाशीय घटनाओं का असर धरती पर भी पड़ता है, जिसमें सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) या चंद्र ग्रहण आदि शामिल है. लेकिन, हाल ही में नासा (NASA) की एक रिपोर्ट आई है और ये रिपोर्ट धरती के लिए टेंशन बढ़ाने वाली है. बताया जा रहा है कि एक बड़े आकार का एस्टेरॉइड पृथ्वी के करीब आने वाला है और इसका पृथ्वी पर भी असर पड़ सकता है.
ऐसे में सवाल है कि आखिर ये एस्टेरॉइड कितना बड़ा है और क्या यह धरती से टकराने वाला है. अगर ऐसा है तो यह धरती से कम टकरा सकता है और इससे कितने नुकसान की आशंका है. अगर आपके मन में इस एस्टेरॉइड को लेकर ये सवाल हैं तो आपको बताते हैं कि किस तरह से एस्टरॉइड टेंशन बढ़ा सकता है. जानने हैं नासा की इस रिपोर्ट और एस्टेरॉइड से जुड़ी हर एक बात…
क्या है आकाशीय अपडेट?
दरअसल, नासा की एक रिपोर्ट में सामने आया है कि जल्द ही आकाश से कोई खतरा आने वाला है. वैसे तो नए साल की शुरुआत के साथ ही कई एस्टेराइड धरती के बिल्कुल करीब आ रहे हैं. लेकिन, अब बताया जा रहा है कि फिर एक बहुत बड़ा एस्टेरॉइड पृथ्वी के करीब से गुजरेगा. ऐसे में इसे पृथ्वी के लिए संकट माना जा रहा है. इस एस्टेरॉइड को लेकर वैज्ञानिकों को बड़ी टेंशन है कि कभी ये पृथ्वी पर ना टकरा जाए.
कितना बड़ा है ये एस्टेरॉइड?
रिपोर्ट्स के अनुसार, इस एस्टेरॉइड को नासा की ओर से खतरनाक माना जा रहा है. बताया जा रहा है कि यह करीब 100 मंजिला इमारत जितना बड़ा है यानी यह करीब 4 हजार 2 सौ 65 फीट चौड़ा है. अब आप अंदाजा लगा सकते हैं कि अगर इतना विशालकाय एस्टेरॉइड पृथ्वी से टकराता है तो पृथ्वी में किस तरह से विनाश हो सकता है. बताया जा रहा है कि 11 फरवरी को एक एस्टेरॉइड पृथ्वी के करीब आएगा.
पृथ्वी से कितनी दूर से गुजरेगा एस्टेरॉइड
वैज्ञानिकों को आंकलन है कि ये एस्टेरॉइड पृथ्वी की 3 मिलियन किलोमीटर से दूरी गुजरेगा. यह काफी स्पीड से काफी बढ़ रहा है और अनुमान है कि 11 फरवरी को यह पृथ्वी के सबसे करीब है. रिपोर्ट्स में यह बात भी कही गई है कि यह पृथ्वी की दिशा में नहीं बढ़ रहा है, इसलिए पृथ्वी के लिए ज्यादा मुश्किल नहीं है. बता दें कि वैज्ञानिक ऐसे बड़े एस्टेरॉइड पर लगातार नज़रे रखते हैं, क्योंकि अगर ये पृथ्वी पर टकरा जाता है तो बड़ा विनाश हो सकता है.
इस एस्टेरॉइड की खोज 21 फरवरी 1900 में हुई थी. ये हर साल सोलर सिस्टम के नजदीक से गुजरता है और आज से करीब एक साल पहले भी 18 फरवरी 2021 को भी एस्टेरॉइड पृथ्वी के करीब था. अभी तक वैज्ञानिकों ने जो अंदाजा लगाया है, उसके अनुसार पृथ्वी से इसकी टक्कर की उम्मीद काफी कम है. दरअसल, जहां से यह गुजरेगा वो पृथ्वी से काफी दूर है.
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