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एमआई-35 में क्या-क्या अपग्रेड किया गया, अमेरिका के पास भी नहीं है ऐसी ताकत

Neha Dani
3 Sep 2022 4:44 AM GMT
एमआई-35 में क्या-क्या अपग्रेड किया गया, अमेरिका के पास भी नहीं है ऐसी ताकत
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इस हेलीकॉप्टर की अद्भुत और अनूठी क्षमता का प्रदर्शन करता है।

यूक्रेन के साथ युद्ध के बीच रूस ने अपने एमआई -35 हिंद के सबसे अडवांस वर्जन को पहली बार सार्वजनिक किया है। रूस के इस अटैक हेलीकॉप्टर ने दक्षिणी सैन्य जिले में बड़े पैमाने पर आयोजित युद्ध अभ्यास के दौरान अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। उस दौरान एमआई-35 ने अपनी ऐसी मल्टीरोल क्षमता की नुमाइश की, जिसकी बराबरी दुनिया का कोई भी दूसरा अटैक हेलीकॉप्टर नहीं कर सकता है। इस हेलीकॉप्टर ने सैनिकों को क्लोज एयर सपोर्ट मुहैया करवाने के अलावा उनके ट्रांसपोटेशन और मेडिकल इवैक्यूएश में भी बड़ी भूमिका निभाई। दुनिया के दूसरे अटैक हेलीकॉप्टर कई तरह की भारी-भरकम मशीनरी, सिस्टम और दूसरे उपकरणों से लैस होते हैं। ऐसे में उनके पास जगह की भारी कमी होती है। अटैक हेलीकॉप्टर होने के कारण उनमें किसी भी तीसरे शख्स के बैठने की जगह भी नहीं होती है, जबकि दुनिया के सबसे भारी-भरकम अटैक हेलीकॉप्टरों में शुमार एमआई-35 इससे ठीक उलट है। भारतीय वायु सेना के पास भी दो की संख्या में एमआई-35 हेलीकॉप्टर ऑपरेशनल हैं। हालांकि, ये रूस के आधुनिक एमआई-35 हिंद की तुलना में काफी पुराने हैं।


रूस ने एक एमआई-35एम हेलीकॉप्टर का एक वीडियो जारी किया है, जिसे पहले के हिंद वेरिएंट की तुलना में लगभग हर तरह से अपग्रेड किया गया है। इस हेलीकॉप्टर को मॉर्डर्न ग्लास कॉकपिट के साथ नाइट विजन गॉगल से भी लैस किया गया है। अपग्रेडेड सेंसर्स के लैस होने के कारण नया वाला एमआई-35एम अटैक हेलीकॉप्टर रात के समय भी ऑपरेशन को आसानी से अंजाम दे सकता है। इसके अपग्रेडेड इंजन, रोटर्स और ट्रांसमिशन हेलीकॉप्टर को लगभग हर क्लास में बेहतरीन प्रदर्शन करने के काबिल बनाते हैं। यह हेलीकॉप्टर रेगिस्तान के बेहद गर्म वातावरण और पहाड़ों की हड्डी गला देने वाली ठंड में भी आसानी से ऑपरेट किया जा सकता है।

एमआई-35एम हेलीकॉप्टर में पहले के दूसरे वेरिएंट्स की तरह एक पैसेंजर कंपार्टमेंट मौजूद है। इसमें आठ की संख्या में पूरी तरह हथियारों से लैस सैनिकों को लेकर जाया जा सकता है। इतना ही नहीं, इनके जगह पर चार स्ट्रेचर को भी रखा जा सकता है। इस क्षमता के कारण एमआई-35 हेलीकॉप्टर को युद्ध के बीच भी सैनिकों को ट्रांसपोर्ट करने, उन्हें युद्ध क्षेत्र से बाहर निकालने, घायलों को स्ट्रेचर पर लादकर अस्पताल पहुंचाने के काम में इस्तेमाल किया जा सकता है। इतना ही नहीं, जब इसमें सवार सैनिक किसी युद्ध क्षेत्र में रस्सी के सहारे नीचे उतरते हैं तो यह हेलीकॉप्टर उन्हें क्लोज एयर सपोर्ट भी प्रदान कर सकता है। इसके जरिए सैनिकों तक गोला-बारूद, ईंधन, खाने-पीने की चीजों की सप्लाई भी की जा सकती है। एमआई-35 में एक पैसेंजर केबिन होना वास्तव मेंइस हेलीकॉप्टर की अद्भुत और अनूठी क्षमता का प्रदर्शन करता है।

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