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क्या होता है फेल्ड राज्य और कैसी है लेबनान की स्थिति, गहरा रहा संकट!
Rounak Dey
13 Sep 2022 6:42 AM GMT

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इसके किसी भी संघर्ष की तुलना में लोगों पर भारी पड़ती जा रही है .
लेबनान पूरी तरह से आर्थिक मंदी का सामना कर रहा है और आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक रूप से बड़े दलदल में फंसता ही जा रहा है. हालांकि अभी तक इसे फेल्ड राज्य घोषित नहीं किया गया है. लेकिन काफी हद तक अब यह फेल्ड राज्य बनने के कगार पर है.
क्या होता है फेल्ड राज्य और कैसी है लेबनान की स्थिति
एक असफल राज्य उसे कहते हैं जो अपनी सीमाओं की रक्षा नहीं कर सकता है, अपने क्षेत्र के सभी लोगों पर शासन नहीं कर सकता है, बुनियादी सुविधाएं और सेवाएं प्रदान नहीं कर सकता है और बल या पुलिस के उपयोग पर उसका एकाधिकार नहीं है. हैरानी की बात ये है कि लेबनान इन सभी बातों को पूरा करने के बहुत करीब है, क्योंकि यहां अलग-अलग कई मजबूत सशस्त्र समूह पैर जमाए हुए हैं. बिल्कुल वैले ही जैसे कि ईरानी समर्थित हिज़्बुल्लाह- जो देश के कुछ हिस्सों में एक राज्य के रूप में कार्य करते हैं, नागरिकों को गिरफ्तार और कैद करते हैं, जबकि सरकार देश के सभी क्षेत्रों में पुलिस या पानी और बिजली जैसी आवश्यक सेवाएं प्रदान करने में असमर्थ है जो दिन में केवल तीन से चार घंटे आपूर्ति की जाती है.
लेबनान की करेंसी का बुरा हाल
लेबनान की करेंसी लेबनानी पाउंड की कीमत काफी नीचे गिर गई है. यह 95 प्रतिशत से अधिक गिर गया है और अब 35.300 लेबनानी पाउंड एक डॉलर के बराबर है. लगातार ऐसी घटनाएं होती गईं जिससे लेबनान बर्बादी की तरफ बढ़ता गया. सीरियाई गृहयुद्ध ने अरब देशों को लेबनान के निर्यात पर भारी झटका दिया, जबकि 10 लाख से अधिक सीरियाई शरणार्थियों ने लेबनान में शरण मांगी. वहीं कोरोनो वायरस ने इसके पर्यटन उद्योग को नष्ट कर दिया, जबकि सेंट्रल बैंक ने विनाशकारी रूप से अवास्तविक विनिमय दरों को लागू किया और लेबनानी पाउंड का समर्थन करने के लिए सैकड़ों मिलियन डॉलर खर्च किए. मजबूरी में सरकार की तरफ से बिजली, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा जैसी सार्वजनिक सेवाओं में भारी कटौती की गई है. इसके विपरीत, राज्य ने आवश्यक दवाओं पर सब्सिडी देना बंद कर दिया है, जिसके परिणामस्वरूप उन लोगों की असामयिक मृत्यु हो गई जो दवाई खरीदने में सक्षम नहीं हैं.
लोगों को अपने ही खाते से बहुत कम रुपये निकालने की इजाजत
यही नहीं लेबनानी बैंक जमाकर्ताओं को अपनी जमा राशि का केवल एक छोटा सा हिस्सा निकालने की अनुमति देते हैं और लोग अपने कुछ पैसे निकालने की उम्मीद में एटीएम मशीनों पर प्रतिदिन कतार में खड़े होते हैं. विश्व बैंक की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि "लेबनान की वास्तविक जीडीपी में 2021 में 10.5 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान है, यह 2020 में 21.4 प्रतिशत संकुचन से ज्यादा है. वहीं यहां की सरकार अभी भी देश की समस्या को दूर करने को लेकर किसी भी पलानिंग पर काम करते नहीं दिख रहे हैं.
बुनियादी सेवाएं तेजी से हो रहीं ठप
लेबनान ने बुनियादी सेवाओं में एक नाटकीय गिरावट देखी है, जो विदेशी मुद्रा भंडार में कमी की वजह से है." विश्व बैंक के अनुसार, लेबनान पिछले 150 वर्षों में दुनिया के सबसे खराब आर्थिक और वित्तीय संकटों में से एक का सामना कर रहा है. अब अनुमान है कि 75 प्रतिशत आबादी खाने के लिए तरस रही है. गैलप की इंडेक्स रिपोर्ट बताती है कि, लेबनान में राजनीतिक अस्थिरता और सरकार की अप्रभावीता आदर्श बन गई है, लेकिन देश की नवीनतम आर्थिक मंदी गृहयुद्ध के बाद से इसके किसी भी संघर्ष की तुलना में लोगों पर भारी पड़ती जा रही है .
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