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जापान में ऐसा क्या हुआ कि फ्रेंच फ्राइज की हो गई किल्लत, पहली बार मैकडॉनल्ड्स ने नहीं उठाया है ये कदम
Renuka Sahu
22 Dec 2021 5:36 AM GMT
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फाइल फोटो
दुनिया की सबसे बड़ी फास्ट फूड कंपनी मैकडॉनल्ड्स, ग्लोबल सपलाई चेन के चलते जापान में चिप्स की कमी से जूझ रही है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दुनिया की सबसे बड़ी फास्ट फूड कंपनी मैकडॉनल्ड्स, ग्लोबल सपलाई चेन के चलते जापान में चिप्स की कमी से जूझ रही है. फर्म ने कहा है कि चिप्स की कमी के चलते कंपनी फ्रेंच फ्राइज़ के केवल स्मॉल साइज की बिक्री करेगा. दरअसल, कंपनी ने कहा कि, फ्रेंच फ्राइज़ को बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले आलू के शिपमेंट में देरी का सामना करना पड़ रहा है जिसके चलते शुक्रवार से 30 दिसंबर तक जापान में फ्रेंच फ्राइज का केवल स्मॉल साइज ही बेचा जाएगा.
मैकडॉनल्ड्स ने कहा कि जापान में अब 30 दिसंबर तक मीडियम साइज और लार्ज साइज के फ्रेंच फ्राइज की बिक्री नहीं होगी. ये निर्णय चिप्स की कमी होने के चलते लिया गया है. मैकडॉनल्ड्स ने कहा कि कनाडा में वैंकूवर के पास एक बंदरगाह से उपयोग किए जाने वाले आलू का इम्पोर्ट होता है. वहीं बाढ़ से हुए नुकसान और महामारी के चलते जहाजों को देरी का सामना करना पड़ रहा है.
पहली बार मैकडॉनल्ड्स ने नहीं उठाया है ये कदम
बता दें, जापान में पहली बार नहीं है कि मैकडॉनल्ड्स को इस तरह अपने पोर्शन में कटोती करनी पड़ी हो. साल 2014 में अमेरिका के पश्चिमी तट पर 29 बंदरगाहों पर 20,000 डॉकवर्कर्स, टर्मिनल ऑपरेटरों और शिपिंग लाइनों के बीच एक लंबा औद्योगिक विवाद फ्रेंच फ्राइज़ की कमी का कारण बना था. जिसके बाद मैकडॉनल्ड्स जापान ने केवल एक हजार टन आलू की बिक्री करते हुए फ्रेंच फ्राइज़ के छोटे हिस्से बेचने का आपातकालीन कदम उठाया.
ब्रिटेन में भी आयी थी ऐसी समस्या
बता दें, इस साल अगस्त में मैकडॉनल्ड्स ने कहा कि वो ब्रिटेन में अपने 1,250 आउटलेट्स पर शेक और बोतल ड्रिंक्स को उपलब्ध कराने में परेशानी का सामना कर रहा था.
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