रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध में हमने नहीं भेजेंगे अपनी सेना: बेलारूस
वॉर अपडेट: रूस और यूक्रेन के बीच भीषण युद्ध चल रहा है. आशंका जताई जा रही थी कि बेलारूस की सेना भी रूस का साथ देने के लिए यूक्रेन पर आक्रमण कर सकती है. लेकिन बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने साफतौर पर इससे इनकार कर दिया है. बेलारूस ने कहा है कि उसकी सेना यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में नहीं उतरेगी. यह यूक्रेन के लिए राहत भरी खबर है. हालांकि बेलारूस यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस को मदद कर रहा है. यही वजह है कि दुनिया के तमाम देशों ने रूस के साथ बेलारूस पर भी सख्त प्रतिबंध लगा दिए हैं. बेलारूस युद्ध में रूस का साथ दे रहा है. संयुक्त राष्ट्र महासभा में भी बेलारूस ने रूस के समर्थन में ही मतदान किया. बेलारूस भी यूक्रेन की तरह ही सोवियत संघ से अलग हुआ था. बेलारूस के राष्ट्रपति एलेग्जेंडर लुकाशेंको रूस समर्थक हैं और कई सालों से सत्ता पर काबिज हैं. पिछले दिनों सोशल मीडिया पर बेलारूस के राष्ट्रपति के एक तस्वीर भी वायरल हुई थी, जिसमें वे मैप के साथ एक मीटिंग करते हुए नजर आए थे.
रूस और यूक्रेन की भीषण जंग के बीच बेलारूस की राजधानी मिन्स्क में कुछ लड़कियों ने युद्ध-विरोधी विरोध-प्रदर्शन किया. बेलारूस रूस का साथ देने के साथ ही शांति के लिए मंच तैयार कर रहा है. इसकी राजधानी में युद्ध के खिलाफ प्रदर्शन दिखाई दिया. बेलारूस की राजधानी मिन्स्क देश का सबसे बड़ा शहर है, जो स्विस्लाच नदियों पर स्थित है. बेलारूस के बॉर्डर पर ही रूस और यूक्रेन के बीच बातचीत भी हुई है. कहा जा रहा है कि बेलारूस इस वार्ता की मध्यस्थता कर रहा है. यूक्रेन में रूसी सेना के हमलों का आज नौवां दिन है. इस बीच टाइम्स ऑफ लंदन की एक रिपोर्ट से बड़ा खुलासा हुआ है. रिपोर्ट में दावा किया गया है. युद्ध शुरू होने के बाद एक हफ्ते के अंदरयूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की हत्या की तीन कोशिशें की गई थीं, लेकिन हर बार कोशिश नाकाम रही. रिपोर्ट के मुताबिक जेलेंस्की की हत्या की कोशिश इसलिए नाकाम हो गई थीं, क्योंकि युद्ध का विरोध करने वाले रूस के लोगों ने यूक्रेन के सरकारी अधिकारियों को इन हमलों के बारे में खुफिया जानकारी दी थी. रिपोर्ट में दावा है कि रूस के कुछ जासूस राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्लान को सफल नहीं होना देना चाहते. इसी के चलते इन जासूसों ने जेलेंस्की की हत्या करने की पूरी योजना के बारे में यूक्रेन के अधिकारियों को बता दिया था.