8 दिनों से दबा था मलबे में, राहत दल ने बुजुर्ग को सुरक्षित निकाला
गौरतलब है कि सोमवार यानि 13 फरवरी को तुर्की में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. भूकंप के झटके इतने तेज रहे कि इंडियन आर्मी के अस्पताल में भी दरारें पड़ गई हैं. कुछ और जगहों से भी नुकसान की खबरें आ रही हैं. इस समय सावधानी बरतते हुए भारतीय सेना के जवान भी बिल्डिंग की जगह टेंट में रह रहे हैं. लोगों से भी यहीं अपील की जा रही है.
जानकारी के लिए बता दें कि तुर्की और सीरिया में कुछ दिन पहले भूकंप से भारी तबाही देखने को मिली थी. अभी भी जमीन पर रेस्क्यू जारी है और लगातार शव बाहर निकाले जा रहे हैं. इस रेस्क्यू मिशन में भारत ने तुर्की की बड़ी मदद की है. एनडीआरफ की कई टीमें भेजी गई हैं, राहत सामग्री भी लगातार पहुंचाई जा रही है. भारतीय सेना ने तो तुर्की में अपने अस्पताल भी बना लिए हैं जहां पर घायलों को उपचार मिल रहा है. कुछ दूसरे देश भी अपनी तरफ से तुर्की को सहायता भेज रहे हैं.
बताते चलें कि तुर्की में पहले भी कई मौकों पर भूकंप आए हैं, लेकिन इस बार का भूकंप ज्यादा तेज रहा, तीव्रता 7 के पार चली गई. दो झटकों ने तुर्की और सीरिया की तस्वीर बदलकर रख दी. इमारतें जमींदोज हो गईं, लोग मलबे में दब गए और कई जिंदगियां हमेशा के लिए खत्म.