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लिथुआनिया, एस्टोनिया और पोलैंड में लगभग 4,000 सैनिकों को तैनात किया है.
रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव और जंग के हालात के बीच अब दुनिया के सामने एक और बड़ा खतरा मंडरा रहा है. विशेषज्ञ मान रहे हैं कि यदि इस युद्ध में नाटो सेना कूदी तो फिर रूस परमाणु हथियारों का प्रयोग कर सकता है.
परमणु हथियारों का हो सकता है प्रयोग
Daily Star की खबर के अनुसार, एक विशेषज्ञ ने कहा है कि "परमाणु हथियारों का प्रयोग" रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए यूक्रेन और रूस के बीच बढ़ते तनाव में इस्तेमाल करने का एक विकल्प हो सकता है. नाटो ने यूक्रेन को समर्थन की पेशकश की है. रूस बढ़ते तनाव के बीच यूक्रेन के लिए एक विकल्प के रूप में "परमाणु हथियारों" पर विचार कर रहा है. एक विशेषज्ञ ने ये चेतावनी दी है.
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध हो सकता है युद्ध
विश्लेषक आंद्रेई ओस्टल्स्की का कहना है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि यूरोपीय देश में बढ़ते तनाव के बीच उन्हें दिए गए पांच विकल्पों में से किसका उपयोग किया जाएगा. विशेषज्ञ ने सुझाव दिया कि योजनाएं "परमाणु हथियारों के प्रयोग" तक जा सकती हैं और यह भी दावा किया कि रूस और यूक्रेन के बीच एक युद्ध की अत्यधिक संभावना है क्योंकि रूसी सैनिकों ने सीमा पर बढ़ना जारी रखा है.
यूक्रेन को दे रहा है नाटो समर्थन
बता दें कि नाटो के सदस्यों ने यूक्रेन को अपना समर्थन देना जारी रखा है. ब्रिटेन ने रूसी सेना के खिलाफ यूक्रेनी सशस्त्र बलों की सहायता के लिए एक छोटी पैदल सेना प्रशिक्षण टीम की तैनाती की घोषणा की है. रिपोर्टों में यह भी कहा गया है कि यूक्रेन और रूस के बीच बढ़ते तनाव के कारण नाटो ने पड़ोसी यूरोपीय देशों जैसे लातविया, लिथुआनिया, एस्टोनिया और पोलैंड में लगभग 4,000 सैनिकों को तैनात किया है.
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