दुनियाभर में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट पर स्वास्थ्य विशेषज्ञ कड़ी नजर रख रहे हैं। हाल ही में ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने ओमिक्रॉन के नए वर्जन BA.2 का पता लगाया है। ब्रिटेन में इसके 400 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और यह भारत, डेनमार्क और स्वीडन समेत दुनिया के 40 देशों में पहुंच चुका है। अभी तक इसकी संक्रामकता और घातकता आदि से जुड़ी जानकारियां सामने नहीं आई हैं।
वेरिएंट अंडर इन्वेस्टिगेशन की श्रेणी में रखा गया BA.2 वर्जन
ओमिक्रॉन वेरिएंट का वैज्ञानिक नाम BA.1 और यह कई देशों में डेल्टा वेरिएंट को पछाड़कर प्रमुखता से फैल रहा है। इसके नए वर्जन BA.2 को यूनाइटेड किंगडम हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी (UKHSA) ने वेरिएंट अंडर इन्वेस्टिगेशन (VUI) की श्रेणी में रखा है। एजेंसी ने कहा कि अभी इस वेरिएंट के बारे में और जानकारी और सर्विलांस की जरूरत है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि यह BA.1 की तरह तेजी से फैलता है, लेकिन कम घातक है।
फ्रांस के महामारी विशेषज्ञ एंटोयनी फ्लाहॉल्ट ने कहा कि वैज्ञानिकों को वायरस में हो रहे बदलावों पर नजर रखनी चाहिए। अभी इसे 'वेरिएंट ऑफ कंसर्न' करार नहीं दिया गया है, लेकिन दुनिया को इसे लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि फ्रांस में जनवरी के मध्य संक्रमण के मामलों में तेजी आने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और इसकी वजह ओमिक्रॉन का नया वर्जन है। यह बेहद संक्रामक, लेकिन कम घातक है।
40 देशों ने रिपोर्ट की सीक्वेंस
जनता से रिश्ता के अनुसार, अभी तक 40 देशों ने BA.2 वर्जन की 8,000 से ज्यादा सीक्वेंस रिपोर्ट की हैं। इनमें से सबसे ज्यादा (6,411) सैंपल डेनमार्क ने भेजे हैं। भारत ने सके 530, स्वीडन ने 181 और सिंगापुर ने 127 सैंपल रिपोर्ट किए हैं। लंदन स्थित इंपीरियल कॉलेज से जुड़े वायरलॉजिस्ट टॉम पीकॉक ने ट्वीट किया कि भारत और डेनमार्क में शुरुआती जांच से पता चला है कि ओमिक्रॉन के नए और पुराने वर्जन की घातकता में बहुत अंतर नहीं है। उन्होंने लिखा, 'हमारे पास अभी बहुत जानकारी नहीं है कि BA.1 की तुलना में BA.2 कितना संक्रामक है, लेकिन हम कुछ अंदाजा लगा सकते हैं। इन दोनों वर्जन के खिलाफ वैक्सीनों की प्रभावकारिता में मामूली अंतर हो सकता है।'
नए वर्जन से महामारी की दिशा पर बड़े असर का संकेत नहीं
पीकॉक ने अनुमान लगाया कि कई देश ओमिक्रॉन के कारण आई लहर के चरम के पास पहुंच गए हैं और उन्हें नहीं लगता कि BA.2 नई लहर का कारण बन सकता है। यह डेल्टा से ओमिक्रॉन की तरह बदलाव नहीं होगा। अलजजीरा के अनुसार, इससे पहले फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्री ऑलिवियर वेरान ने गुरुवार को कहा था कि यह सामान्य वेरिएंट की तरह लग रहा है और उन्हें नहीं लगता कि नया वर्जन कोई 'गेम चेंजर' साबित होगा। बीते साल नवंबर में सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में पकड़ में आए ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण दुनियाभर में संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक, दुनियाभर में अब तक 34.88 करोड़ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, वहीं 55.91 लाख लोगों की मौत हुई है। सर्वाधिक प्रभावित अमेरिका में 7.05 करोड़ लोग संक्रमण का शिकार हो चुके हैं और इनमें से 8.66 लाख लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।