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पाकिस्तान में ऊपरी सदन के लिए मतदान जारी, PTI की बढ़ सकती हैं सीटें

Neha Dani
3 March 2021 10:12 AM GMT
पाकिस्तान में ऊपरी सदन के लिए मतदान जारी, PTI की बढ़ सकती हैं सीटें
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चार टेक्नोक्रेट और एक अल्पसंख्यक सदस्य के लिए शामिल हैं.

पाकिस्तान (Pakistan) के ऊपरी सदन (Upper House) की 37 सीटों के लिए सीनेट के चुनाव (Senate Election) हो रहे हैं. पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ECP) की देखरेख में हो रहे इस चुनाव में 78 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. ये सभी लोग सिंध, खैबर पख्तूनख्वा, बलूचिस्तान और इस्लामाबाद से चुनावी मैदान में हैं. नेशनल असेंबली में पहला वोट सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के शफीक अरैन द्वारा डाला गया. वहीं, दूसरा वोट जल संसाधन मंत्री फैसल वावदा ने डाला.

नेशनल असेंबली के स्पीकर असद कैसर ने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने भी अपना वोट डाला है. माना जा रहा है कि इस चुनाव में ऊपरी सदन में इमरान की पार्टी को बढ़त मिल सकती है. ऐसे में पीएम इमरान गदगद नजर आ रहे हैं. पंजाब के सभी सीनेट उम्मीदवारों को पिछले महीने निर्विरोध चुना गया था. वोट डालने की शुरुआत सुबह 9 बजे हुई और ये शाम 5 बजे तक चलने वाली है. चुनाव आयोग के अधिकारी संसद में वोट डालने में मदद कर रहे हैं.

PTI की बढ़ सकती हैं सीटें
इस बार वोटिंग सीक्रेट बैलेट पेपर के जरिए की जा रही है. दरअसल, ओपन बैलेट विवाद के चलते सत्तारूढ़ पार्टी और विपक्षी पार्टियों के बीच खूब तू-तू मैं मैं हुई थी. साथ ही इस मामले पर कानूनी लड़ाई भी लड़ी गई. ऊपर सदन में सत्ताधारी PTI नंबर गेम मौजूदा 14 सीटों से लगभग दोगुनी होने की उम्मीद है. वहीं, सबसे दिलचस्प मुकाबला इस्लामाबाद में होने की उम्मीद है, जहां पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) के उम्मीदवार पूर्व प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी का मुकाबला पीएम के वित्त मामलों पर सलाहकार हफीज शेख से है.

क्या है सीनेट का गणित ?
पाकिस्तान संसद के ऊपरी सदन सीनेट में 104 सीनेटर होते हैं. हर सीनेटर छह साल का अपना कार्यकाल पूरा करता है. वहीं, इन सभी लोगों का चुनाव एक बार में नहीं होता है. इसका चुनाव तीन साल के अंतराल पर करीब आधे सीनेटरों के लिए किया जाता है. 2021 में, 52 सीनेटर (जो 2015 में चुने गए थे) सेवानिवृत्त होने वाले हैं. अन्य 52, 2018 में चुने गए थे और 2024 में सेवानिवृत्त हो जाएंगे. हालांकि, इस समय केवल 37 सीटों पर चुनाव हो रहे हैं.

दरअसल, फेडरल रूप से प्रशासित जनजातीय क्षेत्रों (फाटा) का खैबर पख्तूनख्वा में विलय कर दिया गया है. इसलिए ऐसा हो रहा है. सीनेट में अब सिर्फ 100 सीनेटर्स ही होंगे. 23 सीनेटर हर प्रांतों से होंगे और चार सीनेटर इस्लामाबाद से होंगे. वहीं, फाटा के बचे हुए चार सीनेटर 2024 में रिटायर हो जाएंगे. एक प्रांत को आवंटित 23 सीटों में 14 सामान्य सीटें, चार महिलाओं के लिए आरक्षित, चार टेक्नोक्रेट और एक अल्पसंख्यक सदस्य के लिए शामिल हैं.


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