ला पाल्मा में ज्वालामुखी और भड़कने की आशंका, इलाके के लोगों ने छोड़ा घर
कुम्ब्रे विएखा ज्वालामुखी शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. विशेषज्ञों का अंदाजा है कि ये अभी और भड़केगा. इस ज्वालामुखी से निकले लावा से भारी बर्बादी हुई है, लेकिन आगे चलकर एक नया जीवन भी उन्हीं की बदौलत मुमकिन होगा.कैनरी द्वीपों जैसे ज्वालामुखी वाले द्वीपों में रहने वाले जानते हैं या उन्हें जानना चाहिए कि उनका गठन और उनकी अभूतपूर्व उर्वरता किस तरह धरती के नीचे सुसुप्त ज्वालामुखियों से जुड़ी हुई है. और उन्हें इससे जुड़े जोखिमों का भी अंदाजा होना चाहिए. ये ज्वालामुखी सदियों और सहस्त्राब्दियों तक सोए पड़े रह सकते हैं और फिर किसी दिन अचानक फट सकते हैं. अधिकारियों के मुताबिक ला पाल्मा में तीन सप्ताह से भड़के कुम्ब्रे विएखा ऋंखला का एक ज्वालामुखी और भी ज्यादा उग्र हो उठा है. आने वाले दिनों में जानकार और ज्वालामुखी फटने की आशंका जता रहे हैं. पहाड़ पर नये मुंह खुल गए हैं जिनसे लावा रिसता हुआ समन्दर की ओर बह रहा है. इसी दौरान द्वीप पर भूकंप के और झटके आते रहे हैं. ये भी संकेत है कि ज्वालामुखी अभी और सक्रिय रह सकता है. प्रारंभिक विस्फोट के दस दिन बाद, ला पाल्मा का लावा समन्दर तक पहुंच गया था. छह किलोमीटर बहते हुए दहकता लावा 470 हेक्टेयर की जमीन पर फैलता चला गया. 1000 इमारतें और कई सड़कें नष्ट हो गई. छह हजार लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर ले जाना पड़ा.