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इसका असर पड़ोसी देश बेल्जियम तक देखा गया. जहां 38 लोगों की मौत हो गई.
हैती में भीषण भूकंप- कैरिबियाई देश हैती में 14 अगस्त को 7.2 की तीव्रता का भयंकर भूकंप आया था. जिसने देश के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से को बुरी तरह हिलाकर रख दिया (Earthquake in Haiti). इससे 2248 लोगों की मौत हो गई. जबकि हजारों लोग घायल हुए. यहां भूकंप के कारण हजारों की संख्या में घरों को नुकसान पहुंचा. जिससे भुखमरी जैसी स्थिति पैदा हो गई थी.
फिलीपींस में तूफान राय- 16 दिसंबर को फिलीपींस में आए तूफान राय ने 375 लोगों की जान ले ली. सैकड़ों लोगों को अपना घर छोड़कर जाना पड़ा. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, 500 से अधिक लोग घायल हो गए. तूफान के समय हवा की रफ्तार 195 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो गई थी (Super Typhoon Rai). कई इमारतों को इससे नुकसान पहुंचा है. इस देश में हर साल औसतन 20 तूफान आते हैं.
अमेरिकी राज्यों में बवंडर- 10 और 11 दिसंबर को अमेरिका के केंटकी राज्य में कई बवंडर आए (Tornado in US). इसका असर दूसरे चार राज्यों में भी दिखा. जिससे कुल 92 लोगों की मौत हो गई, इनमें से 78 अकेले केंटकी से थे. यह केंटकी राज्य के इतिहास का सबसे घातक बवंडर था. इससे पहले साल 1890 में एक बवंडर आया था, जिससे 76 लोगों की मौत हो गई थी.
इंडोनेशिया में ज्वालामुखी विस्फोट- इंडोनेशिया का माउंट सुमेरु ज्वालामुखी 4 दिसंबर को फट गया था. जिससे कुराह कुबूकन गांव में तबाही मच गई और 45 लोगों की मौत हो गई. कई रिपोर्टों में कहा गया है कि ग्रामीणों को ज्वालामुखी की गतिविधि के बारे में चेतावनी नहीं दी गई थी (Volcano Eruption in Indonesia). जिसके चलते घटना के वक्त लोग क्षेत्र में मौजूद थे. द एसोसिएटेड प्रेस के अनुसार, 17 दिसंबर को अधिकारियों ने मरने वालों की संख्या बढ़ाकर 48 बताई और संभावित नए विस्फोट की चेतावनी दी.
चीन में बाढ़ और भूस्खलन- चीन के हेनान प्रांत में 20 जुलाई को आई बाढ़ और भूस्खलन ने भारी तबाही मचाई. जिससे 302 लोगों की मौत हो गई (Landslides in China). जबकि हजारों घरों को नुकसान पहुंचा. जिनमें से अधिकांश प्रांतीय राजधानी झेंग्झौ में स्थित थे.
अमेरिका में तूफान इडा- तूफान इडा (Hurricane Ida) ने अगस्त में लुइसियाना के पोर्ट फोरचॉन पर श्रेणी 4 के तूफान के रूप में लैंडफॉल किया. ये वो समय था, जब कटरीना तूफान को 16 साल का वक्त पूरा हुआ था. ये श्रेणी 5 का तूफान था. तेज हवा और भारी बारिश के कारण गल्फ कोस्ट पर 32 लोगों की मौत हो गई. इन्फ्रास्ट्रक्चर बुरी तरह प्रभावित हुआ. इडा के कारण आई बाढ़ ने अमेरिका के पूर्वोत्तर हिस्से में 56 और लोगों की जान ले ली.
भारत और नेपाल में बाढ़- 18 अक्टूबर के दौरान नेपाल और भारत के केरल और उत्तराखंड राज्यों में मूसलाधार बारिश के कारण बाढ़ (Flash Floods) और भूस्खलन हुआ, जिससे 201 लोगों की जान चली गई.
भारत में तूफान तौकते- 17 मई को चक्रवात तौकते के भारतीय तटीय राज्य गुजरात पहुंचने से पहले, तूफान ने छह लोगों की जान ले ली थी और लैंडफॉल के बाद 109 लोगों की मौत हो गई (Cyclone Tauktae). तूफान के कारण 86 लोग लापता भी हो गए.
इंडोनेशिया और तिमोर-लेस्त में सिरोजा तूफान- सेंटर फॉर डिजास्टर फिलैंथ्रोपी के अनुसार, 3 अप्रैल को तूफान सिरोजा (Cyclone Seroja) ने पूर्वी इंडोनेशिया और बाद में तिमोर-लेस्त में दस्तक दी, जहां इसकी तेज हवाओं और बाढ़ के कारण दोनों देशों में 222 लोगों की मौत हो गई. खत्म होने से पहले तूफान पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया तक पहुंच गया था. जहां कैलबरी और नॉर्थम्प्टन में 70 फीसदी इमारतों को नुकसान पहुंचा.
जर्मनी में बाढ़- जर्मनी के पश्चिमी हिस्से में 14 जुलाई को भारी बारिश के बाद आई बाढ़ ने 196 लोगों की जान ले ली. इसका असर पड़ोसी देश बेल्जियम तक देखा गया. जहां 38 लोगों की मौत हो गई.
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