रूस यूक्रेन युद्ध के बीच यह कहा जा रहा है कि व्लादिमीर अपने सैन्य प्रमुखों से बात करते समय बीमार पड़ गए. वह तकरीबन 90 मिनट के वर्चुअल मीटिंग के बाद अपने डेस्क से उठते ही तेज बीमार मेहसूस करने लगे और उन्हें कमजोरी के कारण चक्कर आने लगे. इसके बाद उन्हें डॉक्टरों की देखरेख में रखा गया है.
इमरजेंसी मेडिकल केयर की जरूरत
द सन में छपी खबर के अनुसार, मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम पर जनरल एसवीआर चैनल पर यह दावा किया गया है कि पुतिन के अंदरूनी सूत्रों ने उनकी बिगड़ती सेहत को लेकर यह खुलासा किया है. खबर में कहा गया कि पुतिन को डॉक्टरों से 'तत्काल चिकित्सा सहायता की आवश्यकता पड़ी है. चैनल ने कहा कि यह अचानक चक्कर आना उनके लिए एक खतरे का सिग्नल था. जिसके बाद उनकी कई मीटिंग को स्थगित कर दिया गया.
पहले भी आ चुकी कैंसर खबर
जनरल एसवीआर चैनल ने पहले भी पुतिन की स्वास्थय संबंधी समस्याओं के बारे में बार-बार दावा किया है. जिसमें कहा गया था कि उन्हें कैंसर और पार्किंसंस रोग हैं जो अब अंतिम स्टेच पर पहुंच चुके हैं. चैनल का कहना है कि ये सभी दावे आंतरिक खुफिया जानकारी पर आधारित हैं, लेकिन यह भी सच है कि इन्हें सत्यापित करना असंभव है, लेकिन पश्चिम में रूसी राष्ट्रपति के स्वास्थ्य के बारे में अफवाहें बीच बीच में आती रहती हैं.
चेहरे में दिख रहा बदलाव
हाल की तस्वीरों में पुतिन का चेहरा फूला हुआ दिख रहा है, जबकि आलोचकों का कहना है कि वह अपने इस बीमारी के अटैक को छिपाने के लिए सार्वजनिक उपस्थिति के दौरान डेस्क के किनारे पकड़कर खड़े रहते हैं.