विश्व
पश्चिमी देशों को व्लादिमीर पुतिन ने दी सीधी चेतावनी, कहा- अगर पश्चिम हमें युद्ध में हराना चाहता है तो प्रयास करके देख ले
Renuka Sahu
8 July 2022 1:38 AM GMT
x
फाइल फोटो
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को पश्चिमी देशों को सीधी चेतावनी दी।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को पश्चिमी देशों को सीधी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर पश्चिमी देश रूस को युद्ध के मैदान में हराना चाहते हैं तो कोशिश करके देख लें। अपने सांसदों को संबोधित करते हुए पुतिन ने कहा कि यूक्रेन में तो भी युद्ध की शुरुआत हुई है। युद्ध जितना लंबा खींचता जाएगा, बातचीत की उम्मीद उतनी ही कम होती जाएगी। पुतिन ने कहा, 'आज हम सुन रहे हैं कि वे हमें युद्ध के मैदान में हराना चाहते हैं। आप क्या कह सकते हैं, उन्हें प्रयास करने दें।'
समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक, पुतीन ने आगे कहा कि हम कई बार यह सुन चुके हैं कि आखिरी यूक्रेनियाई के रहने तक पश्चिमी देश हमसे लड़ना चाहते हैं। यह यूक्रेन के लोगों का दुर्भाग्य है, लेकिन लग रहा है कि स्थिति उसी दिशा की ओर बढ़ रही है। पुतिन ने कहा कि हर किसी को यह पता होना चाहिए कि हमने शुरुआत नहीं की है। हम शांति वार्ता को भी खारिज नहीं करते हैं। लेकिन जो लोग इससे इन्कार कर रहे हैं, उन्हें जानना चाहिए कि जैसे-जैसे लड़ाई आगे बढ़ेगी, उनके लिए बातचीत करना मुश्किल होता जाएगा।
पश्चिम की सजा देने के प्रयास से खतरे में पड़ जाएगी मानवता
पूर्व राष्ट्रपति और रूसी सुरक्षा परिषद के वर्तमान उपाध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव ने बुधवार को टेलीग्राम पोस्ट में चेताया है कि यूक्रेन पर हमले के लिए अगर पश्चिम ने परमाणु शक्ति संपन्न उनके देश को सजा देने का प्रयास भी किया, तो मानवता खतरे में पड़ जाएगी। फेडरेशन आफ अमेरिकन साइंटिस्ट के मुताबिक, रूस व अमेरिका के पास करीब चार-चार हजार परमाणु हथियार हैं।अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन को युद्ध अपराधी बता चुके हैं और कहते हैं कि उनकी कार्रवाई ने पश्चिमी देशों को यूक्रेन को हथियार उपलब्ध कराने तथा रूस पर प्रतिबंध लगाने के लिए मजबूर कर दिया है।
फिनलैंड ने रूसी सीमा पर सुरक्षा बढ़ाने संबंधी कानून पारित किया
फिनलैंड की संसद में गुरुवार को रूस से लगती 1,300 किलोमीटर लंबी सीमा पर सुरक्षा मजबूत करने संबंधी प्रस्ताव भारी बहुमत से पारित हो गया। इसके तहत रूसी सीमा पर बाड़बंदी की जाएगी, ताकि असामान्य परिस्थितियों में शरणार्थियों को सीमा पर ही रोका जा सके। फिनलैंड नाटो में शामिल होने की प्रक्रिया में है और उसे संदेह है कि रूस इसमें अड़चनें पैदा कर सकता है।
जी-20 की बैठक में शामिल होंगे रूसी विदेश मंत्री
इंडोनेशिया के नूसादुआ में गुरुवार से शुरू हुए जी-20 की बैठक में शामिल के लिए रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव भी पहुंचे हैं। शुक्रवार को उनकी उन देशों के विदेश मंत्रियों से पहली बार आमना-सामना होगा, जो यूक्रेन पर हमले की वजह से रूस की कट्टर आलोचना कर रहे हैं। लावरोव की बैठक से इतर कुछ विदेश मंत्रियों के साथ बैठक होने की भी संभावना है। लेकिन आस्ट्रेलिया और रूस के विदेश मंत्रियों ने लावरोव के साथ किसी भी तरह की बैठक से इन्कार कर किया है।
Next Story