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व्लादिमीर पुतिन ने डोनेट्स्क और लुहान्स्क को आजाद कर दिया घोषित, फिर यूक्रेन में भेज दी सेना

Neha Dani
22 Feb 2022 9:08 AM GMT
व्लादिमीर पुतिन ने डोनेट्स्क और लुहान्स्क को आजाद कर दिया घोषित, फिर यूक्रेन में भेज दी सेना
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पुतिन ने अब यहां पर रूसी सेना को भेज दिया है और सैन्य अभियान चलाने का आदेश दिया है.

रूस (Russia) की तरफ से हर दिन उठाए जा रहे कदमों की वजह से यूक्रेन संकट (Ukraine Crisis) लगातार गहराता जा रहा है. राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने डोनबास क्षेत्र में मौजूद डोनेट्स्क और लुहान्स्क को आजाद घोषित कर दिया है. इसके अलावा, यूक्रेन की सीमा के पास हथियारों और सैनिकों की तैनाती भी कर दी है. ऐसे में ये सवाल उठता है कि आखिर रूस-यूक्रेन विवाद में इतनी जल्दी समीकरण कैसे बदल गए. दोनों मुल्कों के बीच दो महीनों से जारी तनाव में सोमवार यानी 21 फरवरी को बड़ा बदलाव देखने को मिला.

दरअसल, इस दिन राष्ट्रपति पुतिन ने देश को संबोधित किया. अपने संबोधन में उन्होंने अमेरिका को निशाने पर लिया और यूक्रेन को पश्चिमी मुल्कों की कठपुतली करार दिया. इसके बाद एक बैठक कर डोनेट्स्क और लुहान्स्क को आजाद घोषित कर दिया. वहीं, आक्रामक रुख अख्तियार किए हुए पुतिन ने फिर यहां पर रूसी सैनिकों को ट्रांसफर कर शांति अभियान चलाने का दावा कर दिया. इस पूरे घटनाक्रम की टाइमिंग गौर करने वाली बात है, क्योंकि 11 घंटे पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और पुतिन के बीच वार्ता होने की बात सामने आई थी.
US ने पुतिन-बाइडेन की बैठक की जानकारी दी
अमेरिका ने भारतीय समय के मुताबिक सोमवार सुबह कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन और व्लादिमीर पुतिन के बीच बैठक हो सकती है. इसके लिए बाइडेन तैयार हैं. लेकिन शर्त ये है कि रूस को यूक्रेन पर हमला नहीं करना होगा. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि हमले की शुरुआत होने तक अमेरिका कूटनीतिक समाधान तलाशना जारी रखने वाला है. उन्होंने बताया कि यूक्रेन संकट के बीच विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव की गुरुवार को एक बैठक होगी. लेकिन रूस को सैन्य कार्रवाई नहीं करनी होगी.
पुतिन-बाइडेन की बैठक पर आया रूस का जवाब
वहीं, भारतीय समय के मुताबिक, सोमवार दोपहर तक जो बाइडेन और व्लादिमीर पुतिन की बैठक की संभावना को लेकर बात करते हुए क्रेमलिन ने इसे खारिज कर दिया. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि, 'किसी भी प्रकार के शिखर सम्मेलन के आयोजन के लिए किसी विशिष्ट योजना के बारे में बात करना अभी जल्दबाजी होगी. हमारा मानना है कि अभी विदेश मंत्री स्तर की वार्ता होनी चाहिए. अभी तक राष्ट्रपति स्तर की वार्ता के लिए कोई ठोस प्लान नहीं है.' उन्होंने कहा, 'अगर जरूरत पड़ी तो, रूस और अमेरिका के राष्ट्रपति टेलीफोन या किसी अन्य माध्यम के जरिए एक दूसरे से बात कर लेंगे.'
रात में बदला सारा समीकरण
अमेरिका और रूस द्वारा दिनभर हुई इस बयानबाजी के बाद कुछ ऐसा हुआ, जिसने सारे समीकरण ही बदल दिए. दरअसल, इन बयानों के 11 घंटे बाद राष्ट्रपति पुतिन ने रूस को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने एक बड़ा फैसला लेते हुए अलगाववादियों के कब्जे वाले डोनेट्स्क और लुहान्स्क को आजाद घोषित कर दिया. ये दोनों ही हिस्से डोनबास क्षेत्र के रूप में जाने जाते हैं, जो पूर्वी यूक्रेन का हिस्सा हैं. 2014 में रूस समर्थित अलगाववादियों और यूक्रेनी सेना के बीच हुई लड़ाई के बाद इस पर अलगाववादियों का नियंत्रण हो गया था. वहीं, पुतिन ने अब यहां पर रूसी सेना को भेज दिया है और सैन्य अभियान चलाने का आदेश दिया है.


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