रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर भारत की तारीफ की है। उन्होंने भारत के लोगों को प्रतिभावान बताते हुए कहा कि वे विकास के लिए निरंतर गतिशील रहते हैं। पुतिन ने कहा, भारत में भरपूर संभावनाएं हैं और इसमें कोई शक नहीं कि वह विकास के पथ पर उल्लेखनीय सफलताएं अर्जित करेगा।
पुतिन ने भारतीयों को बताया प्रतिभावान
पुतिन ने यह बात रूस के एकता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में कही। रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि करीब डेढ़ अरब लोग ही भारत की सबसे बड़ी संभावना हैं। वहां पर प्रतिभाशाली लोगों की बड़ी जमात है। उन्होंने बताया कि किस तरह से भारत और रूस को अद्भुत संस्कृति विरासत में मिली है।
रूस भारत में अद्भुत समानता- पुतिन
वैश्विक इतिहास की चर्चा करते हुए पुतिन ने कहा, पश्चिमी साम्राज्यों को जहां पर मौका मिला-वहीं पर उन्होंने लूटा। अफ्रीका महाद्वीप इसका प्रमुख उदाहरण है। यूरोप का इतिहास किसी से छिपा नहीं है। संसाधनों को लूटना और लोगों को दास बनाना यूरोप की प्रथा है। इसी कारण इन औपनिवेशिक ताकतों ने किसी को उभरने नहीं दिया। अब यही ताकतें रूस को नुकसान पहुंचाना चाहती हैं लेकिन वे सफल नहीं होंगी। रूस भिन्नताओं से भरा देश है। यहां पर सभी को साथ लेकर चलने की भावना है। यही हमारी सभ्यता है। हम इसी के साथ हमेशा आगे बढ़ते रहेंगे।
पुतिन ने पहले भी की थी मोदी की तारीफ
इससे कुछ दिन पहले, व्लादिमीर पुतिन ने कहा था कि अंतरराष्ट्रीय मामलों में भारत की भूमिका बढ़ेगी। रूस ने भारत को उर्वरक आपूर्ति में 7.6 गुना की वृद्धि की। पुतिन ने पीएम मोदी को एक बड़ा देशभक्त कहा था। रूसी राष्ट्रपति ने कहा था कि भारत की हमेशा एक स्वतंत्र विदेश नीति रही है और रूस हमेशा से ही खास संबंध रहे हैं।