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South Africa में नहीं थम रही हिंसा, भारतीय मूल के लोगों को बना रहे निशाना

Neha Dani
16 July 2021 8:20 AM GMT
South Africa में नहीं थम रही हिंसा, भारतीय मूल के लोगों को बना रहे निशाना
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मैं अपने देश से प्यार करता हूं, लेकिन बुरे लोग हमें चोट पहुंचाने के लिए अच्छे लोगों का इस्तेमाल कर रहे हैं’.

दक्षिण अफ्रीका (South Africa) में जारी हिंसा में भारतीयों (Indians) को भी निशाना बनाया जा रहा है. पिछले कई दिनों से अफ्रीका के अलग-अलग शहरों में हिंसा भड़की हुई है, जिसमें अब तक 70 लोग मारे जा चुके हैं. दंगाई लोगों के घर, दुकानों को लूट रहे हैं, शॉपिंग मॉल्स में तोड़फोड़ कर रहे हैं. हालात इतने बिगड़ गए हैं कि दक्षिण अफ्रीका में फूड सप्लाई बाधित हो गई है, जिसके चलते लोगों के सामने खाने-पीने का संकट भी खड़ा हो गया है.

इस वजह से भड़के हैं दंगे
हमारी सहयोगी वेबसाइट DNA में छपी खबर के अनुसार, पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा की गिरफ्तारी के बाद से दक्षिण अफ्रीका (South Africa) में दंगे हो रहे हैं. राजनीति से प्रेरित इस हिंसा में अफ्रीका में रहने वाले भारतीय समुदाय को भी निशाना बनाया जा रहा है. लोग सोशल मीडिया पर भारत सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं. इस बीच, एक भारतीय मूल के डॉक्टर ने मीडिया संगठन को पत्र लिखकर पूरी स्थिति बयां की है.
Doctor ने यह लिखा है पत्र में
साउथ अफ्रीका में रहने वाले डॉक्टर ने संपादक के नाम पत्र में लिखा है, 'आज यह पत्र लिखते समय मुझे नहीं पता कि कल मैं जीवित रहूंगा या नहीं. मैं एक युवा भारतीय हूं, जिसके पूर्वज भारत से यहां आकर बस गए थे. मैं डरबन में रहता हूं और पेशे से डॉक्टर हूं. यहां जारी हिंसा में भारतीयों को भी बड़े पैमाने पर निशाना बनाया जा रहा है'.
Hospital में मरीजों का बुरा हाल
डॉक्टर ने आगे लिखा है, 'दंगाइयों ने मॉल और राशन की दुकानों को आग के हवाले कर दिया है. पेट्रोल स्टेशनों और कम्युनिकेशन टावरों को निशाना बनाया जा रहा है, ताकि लोगों को कहीं से सहायता न मिले. मैं और मेरे जैसे अन्य डॉक्टर अपने मरीजों को देखने अस्पताल तक नहीं जा पा रहे हैं, जो कोरोना से भी ज्यादा बुरी स्थिति का सामना कर रहे हैं. कृपया हमारी मदद करें'.
Genocide की है योजना
पत्र में यह भी बताया गया है कि Durban और KwaZulu-Natal में नरसंहार की योजना बनाई गई है. डॉक्टर के मुताबिक, कोई भी फ्लाइट उपलब्ध नहीं है. ऐसे में हमारा दक्षिण अफ्रीका से बाहर निकलना संभव नहीं हो पा रहा है. उन्होंने लिखा है, 'कृपया हमारी मदद करें, हमारे लिए दुआ करें. पता नहीं ये नेटवर्क और इंटरनेट कब बंद हो जाए. मैं अपने देश से प्यार करता हूं, लेकिन बुरे लोग हमें चोट पहुंचाने के लिए अच्छे लोगों का इस्तेमाल कर रहे हैं'.


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