पाकिस्तान के कराची में गुरुवार को हिंसा का मामला सामने आया है। यहां उपचुनाव के दौरान हुई हिसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई। इतना ही नहीं 12 अन्य लोग घायल भी हो गए। पुलिस ने घटना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ये क्षेत्र कई सालों से मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान का गढ़ रहा है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि ये घटवा तब हुई जब एनए-240 (कोरंगी कराची II) उपचुनाव के दौरान मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पार्टी और उसके प्रतिद्वंद्वी गुटों के बीच झड़प हुईं। पुलिस अधिकारी ने यह भी बताया कि हिंसा की कुछ घटनाओं में धार्मिक पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) की भी संलिप्तता पाई गई है।
एमक्यूएम का गढ़ रहा है इलाका
पुलिस अधिकारी ने कहा कि मुख्य रूप से मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) के कार्यकर्ताओं और प्रतिस्पर्धी दल पाक सरजमीन पार्टी (पीएसपी) के नेताओं बीच झड़प हुईं। तीनों दलों ने बाद में एक दूसरे पर एनए-240 निर्वाचन क्षेत्र के लिए मतदान के दौरान धांधली और हिंसा भड़काने का आरोप लगाया। एनए-240 निर्वाचन क्षेत्र में लांधी और कोरंगी के भारी आबादी वाले क्षेत्र आते हैं। ये क्षेत्र और निर्वाचन क्षेत्र वर्षों से निष्क्रिय एमक्यूएम का गढ़ रहे हैं।
दरअसल, अप्रैल में एमक्यूएम-पी एमएनए इकबाल मुहम्मद अली की मृत्यु के बाद यह सीट खाली हो गई थी। जिसके बाद नेशनल असेंबली निर्वाचन क्षेत्र में उपचुनाव जरूरी हो गया था। उपचुनाव के लिए इस निर्वाचन क्षेत्र में कुल 309 मतदान केंद्र और 1,236 मतदान केंद्र बनाए गए थे। यहां मुख्य रूप से उर्दू बोलने वालों का वर्चस्व है। इस निर्वाचन क्षेत्र में अन्य भाषा के निवासियों की संख्या कम है।
25 उम्मीदवार मैदान में
उपचुनाव के लिए कुल 25 उम्मीदवारों मैदान में थे। इसमें मुख्य प्रतियोगियों में एमक्यूएम-पी के मुहम्मद अबू बकर, टीएलपी के शहजादा शाहबाज, पीपीपी के नासिर रहीम, पीएसपी के शब्बीर अहमद कैमखानी, एमक्यूएम के सैयद रफीउद्दीन शामिल हैं। पुलिस सर्जन डॉ सुमैया सैयद ने कहा कि हताहतों को लांधी इलाके से जिन्ना पोस्टग्रेजुएट मेडिकल सेंटर (जेपीएमसी) लाया गया था। उन्होंने बताया कि सैफुद्दीन कलीम नामक एक व्यक्ति को उसके सिर पर गोली लगने के कारण जेपीएमसी लाया गया था।