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इमरान खान के घर का वीडियो फर्जी दावे के साथ वायरल, इस्लामाबाद पुलिस ने कहा- जनता के बीच गलत सूचना फैलाई जा रही
Renuka Sahu
8 Aug 2022 2:51 AM GMT
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फाइल फोटो
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के आवास बनिगाला के बाहर पुलिस की मौजूदगी पर, उन्हें गिरफ्तार करने की कथित योजना के साथ, इस्लामाबाद पुलिस ने स्पष्ट किया कि यह नेता को गिरफ्तार करने के लिए नहीं बल्कि पंजाब के शिक्षकों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शनों को तितर-बितर करने के लिए था।
गौरतलब है कि उपचुनाव में जीत के बाद इमरान खान की पीटीआइ (पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ) पंजाब प्रांत में वापस आ गई है।
वायरल हो रहा वीडियो
एक 'वायरल वीडियो' में पीटीआइ के अध्यक्ष इमरान खान के बनिगाला आवास के बाहर पुलिस की मौजूदगी को उन्हें गिरफ्तार करने की कथित योजना से जोड़ा जा रहा है। हालांकि, इस्लामाबाद पुलिस ने बनिगाला के बाहर के फुटेज को लेकर स्पष्टीकरण जारी किया है।
शिक्षक और लिपिक संघों ने दी है धमकी
मंगलवार को शिक्षक और लिपिक संघों ने जिला शिक्षा प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी की नियुक्ति के खिलाफ 11 अगस्त को इमरान के आवास के बाहर धरना देने की धमकी दी थी। तख्तियां लिए हुए प्रदर्शनकारी पंजाब सरकार के खिलाफ नारे लगाए थे और नए मुख्य कार्यकारी अधिकारी की नियुक्ति के फैसले को वापस लेने की मांग की थी।
पंजाब के शिक्षकों को तितर-बितर करने के लिए मौजूद थी पुलिस
राजधानी पुलिस ने रविवार को अपने ट्विटर हैंडल के जरिए स्पष्टीकरण जारी किया। पुलिस ने स्पष्ट किया कि इमरान के आवास के बाहर भारी पुलिस की मौजूदगी विरोध कर रहे पंजाब के शिक्षकों को तितर-बितर करने के लिए थी। सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे फुटेज से पता चला है कि बनिगाला में पुलिसकर्मी और वाहन मौजूद थे, जबकि इसके प्रवेश और निकास बिंदुओं को अवरुद्ध कर दिया गया था।
इस्लामाबाद पुलिस ने फुटेज का जवाब देते हुए कहा, 'पंजाब के शिक्षकों के विरोध के कारण पुलिस सुरक्षा तैनात की गई थी। सभी प्रदर्शनकारियों को शाम ही तितर-बितर कर दिया गया था। बनिगाला हाउस के आसपास अब ऐसी कोई गतिविधि नहीं है।'
जनता के बीच फैलाई जा रही गलत सूचना
पुलिस ने कहा कि वीडियो के माध्यम से जनता के बीच 'गलत सूचना' फैलाई जा रही है। उसने लोगों से अनुरोध किया कि वे बिना सत्यापन के ऐसी जानकारी फैलाने से बचें। इस्लामाबाद पुलिस ने प्रांतीय सरकारों से इस तरह के मामलों को अपने स्तर पर सुलझाने का भी अनुरोध किया।
विदेशी फंडिंग को लेकर विवादों से घिरे इमरान खान
इमरान खान वर्तमान में पाकिस्तान में विदेशी फंडिंग मामले को लेकर विवादों से घिरे हुए हैं, जहां पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) ने खान की पार्टी पर प्रतिबंधित धन का उपयोग करने का आरोप लगाया है। जांच एजेंसी ने पीटीआइ सचिवालय के चार कर्मचारियों की पहचान की है, जिनके व्यक्तिगत और वेतन खातों का इस्तेमाल विदेशी धन प्राप्त करने के लिए किया गया था।
कर्मचारियों के वेतन खातों में भी आया विदेश धन
पीटीआइ के कर्मचारियों ने बयान दिया है कि वे अपने खातों में प्राप्त धन को इमरान खान की पार्टी के वित्त प्रबंधक को देते थे। उन्होंने कहा कि वे वित्त प्रबंधक को हस्ताक्षरित ब्लैंक चेक देंगे। एफआइए को जांच के दौरान पता चला कि अन्य खातों के अलावा, कर्मचारियों के वेतन खातों में भी विदेशी धन प्राप्त हुआ था। जियो न्यूज ने बताया कि पीटीआई को 2014 से लंबित मामले में प्रतिबंधित धन प्राप्त हुआ है।
अकबर एस बाबर ने एफआइए से किया संपर्क
अकबर एस बाबर, जिसने इमरान खान के राजनीतिक संगठन पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) में संदिग्ध विदेशी धन की आमद से जुड़े घोटाले का पर्दाफाश किया, ने बुधवार को पीटीआइ के खिलाफ जांच शुरू करने के लिए औपचारिक रूप से एफआइए से संपर्क किया।
4 अगस्त को, पाकिस्तान सरकार ने प्रतिबंधित फंडिंग मामले के फैसले के बाद पीटीआइ अध्यक्ष इमरान खान के खिलाफ अयोग्यता का संदर्भ दायर करने का फैसला किया और संघीय कैबिनेट ने सिफारिश को स्वीकार कर लिया।
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