बगदाद में हुई गोलीबारी का वीडियो आया, अब ईरान ने लिया ये फैसला
इराक में अराजकता की स्थिति देखने को मिल रही है. सोमवार को पावरफुल शिया मुस्लिम धर्मगुरु मुक्तदा अल-सदर ने राजनीति छोड़ने का ऐलान कर दिया, जिसके बाद हालात और बिगड़ गए. बगदाद में धर्मगुरु के समर्थकों और ईरान समर्थित लोगों के बीच झड़पें हो गईं. घटना में आठ लोगों की मौत हो गई. भीड़ ने राष्ट्रपति भवन और सरकारी इमारतों पर धावा बोल दिया है. अमेरिकी दूतावास के कर्मचारियों को हेलीकॉप्टर से ग्रीन जोन से बाहर निकाला गया. प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए सुरक्षाबल आंसू गैस के गोले दाग रहे हैं. इस बीच, भीड़ प्रेसीडेंट्स पूल में स्विमिंग भी कर रहे हैं. धर्मगुरु के समर्थक रिपब्लिकन पैलेस के स्विमिंग पूल में मस्ती कर रहे हैं.
बग़दाद का हाल… सद्र समर्थकों खदेड़ने के लिए सरकारी मिलिशिया की तरफ़ से भारी गोलीबारी। अब तक 10-15 लोगों की मौत की ख़बर। दर्जनों घायल। इराक से लगने वाली अपनी सीमा को ईरान ने बंद किया। अमेरिकी दूतावास की सुरक्षा के लिए लगाए गए एयर डिफ़ेंस सिस्टम को एक्टिवेट करने का आदेश जारी। pic.twitter.com/NZs0XPrB4T
— Umashankar Singh उमाशंकर सिंह (@umashankarsingh) August 30, 2022
बता दें कि इराक में पिछले 10 महीने से ना तो कोई स्थाई प्रधानमंत्री है. ना कोई मंत्रिमंडल है और ना ही कोई सरकार है. इस वजह से वहां राजनीतिक अराजकता की स्थिति बन गई है. यानी जिस तरह श्रीलंका में राजनीतिक संकट के बाद भीड़ ने संसद को बंधक बना लिया था. अब वैसे ही हालात इराक में बन चुके हैं.
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, सोमवार को मौलवी के राजनीति छोड़ने के फैसले से उनके समर्थकों में नाराजगी बढ़ गई और वे सड़कों पर उतर आए. इन लोगों की तेहरान समर्थित लोगों के साथ झड़प हो गई. उन्होंने बगदाद के ग्रीन जोन के बाहर एक-दूसरे पर पत्थर फेंके. बता दें कि इस इलाके में मंत्रालयों और दूतावासों में रहने वालों के घर हैं. मीडिया रिपोटर्स के मुताबिक, सेंट्रल बगदाद में गोलियों की आवाज गूंजी. हवाई फायरिंग किए जाने से दहशत फैल गई. पुलिस और डॉक्टर्स की तरफ से बताया गया कि झड़पों में 8 लोगों की मौत हो गई और 19 लोग घायल हुए हैं. ये भी बताया कि शिया धर्मगुरु के राजनीति छोड़ने के बाद हालात बिगड़े और उनकी घोषणा के कुछ घंटों बाद झड़पें तेज हुईं. दरअसल, ग्रीन जोन में स्थित संसद में शिया धर्मगुरु के समर्थक एक सप्ताह से धरना दे रहे थे. जैसे ही उन्हें अपने नेता के राजनीति छोड़ने के ऐलाने के बारे में पता चला तो वे उग्र हो गए.
फिलहाल, झड़पों की घटनाओं के बाद इराक की सेना ने दोपहर साढ़े तीन बजे से देश में कर्फ्यू लागू कर दिया है. इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों से ग्रीन जोन छोड़ने की अपील की है. बताते चलें कि इराक में नई सरकार के गठन को लेकर एक महीने से गतिरोध चल रहा है.