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पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड ने कहा कि जितनी बड़ी आबादी का वैक्सीनेशन होगा, हम उतने ही अधिक दर में सुरक्षित रहेंगे।
ब्रिटेन में सैकड़ों की संख्या में वैक्सीनेटेड लोग खतरनाक डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं। पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड ने अपने कोविड-19 अपडेट में कहा है कि इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि जिन लोगों को वैक्सीन लग चुकी है, वह लोग भी डेल्टा वैरिएंट से संक्रमित हो रहे हैं। संस्था ने चेतावनी दी है कि वैक्सीनेटेड लोगों में भी डेल्टा वेरिएंट उन्हीं लोगों की तरह तेजी से फैला सकते हैं, जिन्हें अभी तक वैक्सीन नहीं लगी है। बता दें कि प्रतिबंधों में ढील के बाद ब्रिटेन के अलग-अलग हिस्सों में डेल्टा वैरिएंट तेजी से फैल रहा है।
55.1 फीसद मरीजों ने वैक्सीन नहीं लगवाई
पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड ने कहा कि 19 जुलाई से दो अगस्त तक डेल्टा से संक्रमित होकर अस्पताल में भर्ती होने वाले 1467 लोगों में से 55.1 फीसद मरीजों ने वैक्सीन नहीं लगवाई थी। उधर, 512 लोग या कहें 34.9 फीसद लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी थी। गौरतलब है कि 19 जुलाई को इंग्लैंड में लॉकडाउन प्रतिबंधों में ढील दी गई थी। ब्रिटेन में अभी लोगों के वैक्सीनेशन के लिए एस्ट्राजेनेका, मॉडर्ना और फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन का इस्तेमाल किया जा रहा है। वैक्सीनेटेड होने के लिए इन वैक्सीन की दोनों डोज की जरूरत है। अभी तक ब्रिटेन की 75 फीसद व्यस्क आबादी को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है।
वैक्सीनेशन ही सबसे बड़ा हथियार
ब्रिटेन स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी के मुख्य कार्यकारी जेनी हैरीज ने कहा कि अस्पताल में भर्ती होने के आंकड़े दिखाते हैं कि ये कितना जरूरी है कि हम सभी वैक्सीन की दोनों डोज लगवाएं। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से खुद को और अपने प्रियजनों को बचाने के लिए वैक्सीनेशन ही सबसे बड़ा हथियार है। हालांकि, हमें ये भी याद रखना है कि वैक्सीन लगवाने से सभी खतरे समाप्त नहीं हो जाते हैं। इसके बाद भी संक्रमित होने का खतरा है। उधर, पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड ने कहा कि जितनी बड़ी आबादी का वैक्सीनेशन होगा, हम उतने ही अधिक दर में सुरक्षित रहेंगे।
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