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नेपाल की ट्रांसजेंडर कार्यकर्ता को इंटरनेशनल वूमेन ऑफ करेज पुरस्कार से अमेरिका करेगा सम्मानित

Renuka Sahu
10 March 2022 1:54 AM GMT
नेपाल की ट्रांसजेंडर कार्यकर्ता को इंटरनेशनल वूमेन ऑफ करेज पुरस्कार से अमेरिका करेगा सम्मानित
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फाइल फोटो 

नेपाल की ट्रांसजेंडर कार्यकर्ता भूमिका श्रेष्ठ को एलजीबीटीआई समुदाय के जीवन में सुधार के वास्ते उनके समर्पण के लिए अमेरिकी विदेश विभाग का प्रतिष्ठित ‘इंटरनेशनल वूमेन ऑफ करेज’ पुरस्कार 2022 दिये जाने की घोषणा की गई है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नेपाल (Nepal) की ट्रांसजेंडर कार्यकर्ता भूमिका श्रेष्ठ (Bhumika Shrestha) को एलजीबीटीआई समुदाय के जीवन में सुधार के वास्ते उनके समर्पण के लिए अमेरिकी विदेश विभाग का प्रतिष्ठित 'इंटरनेशनल वूमेन ऑफ करेज' (International Women of Courage) पुरस्कार 2022 दिये जाने की घोषणा की गई है. यह लगातार दूसरा साल है जब किसी नेपाली नागरिक को यह पुरस्कार दिया गया है. पिछले साल, मुस्कान खातून को तेजाब हमलों के खिलाफ उनके काम के लिए यह पुरस्कार दिया गया था. यहां अमेरिकी दूतावास के एक बयान के अनुसार, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन एक ऑनलाइन समारोह में वार्षिक आईडब्ल्यूओसी पुरस्कारों को दिये जाने संबंधी एक कार्यक्रम की मेजबानी करेंगे.

अमेरिकी प्रथम महिला डॉ जिल बाइडन 14 मार्च को कार्यक्रम के दौरान अपना संबोधन देंगी. ट्रांसजेंडर कार्यकर्ता श्रेष्ठ ने लैंगिक अल्पसंख्यक अधिकारों और सामाजिक न्याय की वकालत की है. 2022 का IWOC पुरस्कार समारोह में दुनिया भर की उन 12 असाधारण महिलाओं को सम्मानित किया जाएगा, जो सभी के लिए एक उज्जवल भविष्य बनाने के लिए काम कर रही हैं.
मॉडल और अभिनेत्री भी हैं भूमिका
भूमिका का नाम अपोलिटिकल वर्ल्ड के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों में शामिल है. नेपाल की ब्लू डायमंड सोसाइटी की ट्रांसजेंडर एक्टिविस्ट, मॉडल और अभिनेत्री भूमिका श्रेष्ठ को जेंडर इक्वेलिटी टॉप 100 "द मोस्ट इन्फ्लुएंशियल पीपल इन ग्लोबल पॉलिसी" 2019 में शामिल किया गया था.
ट्रांसजेंडर आंदोलन की आवाज बनीं भूमिका
भूमिका नेपाल में ट्रांसजेंडर आंदोलन की एक प्रमुख आवाज बन गई हैं. एक ट्रांसजेंडर महिला के रूप में अपने स्वयं के अनुभवों के कारण, वह एलजीबीटी समुदाय के खिलाफ भेदभाव को रोकने वाले कानूनों को बदलने पर मुखर रही हैं. उन्होंने नेपाली पासपोर्ट पर तीसरे लिंग के विकल्प को शामिल करने के लिए एक नेपाली एलजीबीटी अधिकार संगठन, ब्लू डायमंड सोसाइटी के साथ प्रचार में एक प्रमुख भूमिका निभाई. वह देश की कानूनी रूप से मान्यता प्राप्त "तीसरे जेंडर" के साथ चिह्नित दस्तावेजों के साथ यात्रा करने वाली पहली नेपाली नागरिक थीं. भूमिका के जीवन में परिवर्तन के पीछे कई कहानियां हैं.
मुस्कान खातून को भी मिला था आईडब्ल्यूओसी अवॉर्ड
वहीं आपको बता दें कि पिछले साल अवॉर्ड पाने वाली मुस्कान खातून एक ऐसिड पीडिता हैं. वो इस जघन्य अपराध के खिफाल सख्त कानून के लिए आवाज उठा रही हैं. वह कहती हैं, "जब मेरा इलाज चल रहा था तब मैं बार-बार यही सोच रही थी कि इलाज के लिए पैसे कहां से आएंगे. मेरे घरवाले क्या करेंगे. इसी तकलीफ के बीच मुझे ख्याल आया मेरी जैसी उन सभी लड़कियों का जो इसी दर्द से गुज़रती हैं." मुस्कान की मेहनत नेपाल में कुछ हद तक रंग लाई है और नेपाल में इस अपराध के लिए अध्यादेश जारी कर नया कानून बनाया गया है. एसिड अटैक के खिलाफ लड़ाई में अपने इसी योगदान और साहस के लिए मुस्कान को अमेरिका में इंटरनेशनल वुमन ऑफ करेज (आईडब्ल्यूओसी) अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है.
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