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अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा- चीन ने भारत की उत्तरी सीमा पर 60000 सैनिकों को किया तैनात

Triveni
10 Oct 2020 8:11 AM GMT
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा- चीन ने भारत की उत्तरी सीमा पर 60000 सैनिकों को किया तैनात
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अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा है कि चीन ने भारत की उत्तरी सीमा पर 60000 सैनिकों को तैनात किया है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा है कि चीन ने भारत की उत्तरी सीमा पर 60000 सैनिकों को तैनात किया है. आपको बता दें कि पोम्पियो हाल ही में टोक्यो से लौटे हैं, जहां उन्होंने क्वॉड ग्रुप के देशों की बैठक में भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के अपने समकक्षों के साथ हिस्सा लिया था. उन्होंने चीन के बुरे रवैये और क्वाड देशों के लिए चेतावनी खड़ी करने को लेकर निशाना साधा. क्वाड समूह के देशों में अमेरिका, जापान, भारत और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं. क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों ने मंगलवार को टोक्यो में मुलाकात की. कोरोना वायरस महामारी शुरू होने के बाद पहली बार आमने-सामने बातचीत हुई है.

पोम्पियो ने आगे कहा, ''मैं भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान के अपने समकक्षों के साथ था, चार बड़े लोकतंत्रों, चार शक्तिशाली अर्थव्यवस्थाओं, चार राष्ट्रों के इस प्रारूप को क्वाड कहते हैं. इन सभी चारों देशों को चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से पेश खतरों से जुड़े वास्तविक जोखिम हैं.''

लैरी ओ'कॉनर के साथ एक अन्य इंटरव्यू में पोम्पियो ने बताया कि क्वॉड ग्रुप के देशों ने समझ और नीतियों का एक सेट विकसित करना शुरू किया है जो संयुक्त रूप से इन देशों को चीन के खतरों से निपटने में काम आ सकता है.

पोम्पियो ने एक अन्य साक्षात्कार में कहा, ''वुहान वायरस जब आया और ऑस्ट्रेलिया ने जब इसकी जांच की बात उठाई तो हम जानते है कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने उन्हें भी डराया और धमकाया.'' उन्होंने कहा कि इनमें से हर देश चीन के ऐसे बर्ताव का सामना कर चुका है और इन देशों के लोग जानते हैं कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी उनके लिए खतरा हैं.

आपको बता दें कि पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच कई महीनों से तनातनी जारी है. 15 जून को गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद तनाव बहुत बढ़ गया है. इस झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए. झड़प में चीन की तरफ से भी सैनिकों के हताहत होने की खबरें आई थीं. दोनों ही पक्षों की ओर से विवाद को हल करने के लिए कई बार कूटनीतिक और सैन्य स्तर की वार्ताएं हो चुकी हैं लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकल सका है.

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