संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अंतरराष्ट्रीय शांति एवं समुद्री सुरक्षा पर खुली बहस में चीन पर निशाना साधते हुए अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा, दक्षिण चीन सागर में जारी विवाद के सुरक्षा व अर्थव्यवस्था पर गंभीर वैश्विक परिणाम होंगे।
ब्लिंकन ने कहा, जब किसी देश को नियमों की अनदेखी के परिणामों से अवगत नहीं कराया जाता है तो वह हर जगह अशांति व अस्थिरता को बढ़ावा देता है। उन्होंने कहा, किसी देश द्वारा दूसरे राष्ट्रों को अपने समुद्री संसाधनों तक कानूनी रूप से पहुंचने पर धमकाया जाना खासतौर पर दक्षिण चीन सागर में अमेरिका के लिए बड़ी चिंता का विषय है। अमेरिका व इस क्षेत्र से कारोबार करने वाले अन्य देश इस तरह के रवैये का विरोध करते हैं और दक्षिण चीन सागर पर गैरकानूनी दावों का खंडन करते हैं।
पुतिन ने की अलग संस्था बनाने की मांग
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस मौके पर समुद्री सुरक्षा व संरक्षण के लिए संयुक्त राष्ट्र में विशेष संस्था बनाने की मांग की है। पुतिन ने कहा, समुद्री डकैती और बंधक बनाने की घटनाओं में वृद्धि हुई है क्योंकि कुछ देश अपने दम पर अंतरराष्ट्रीय अपराध सिंडिकेट, समुद्री डाकू और आतंकवादियों के खिलाफ नहीं लड़ सकते हैं। रूस संयुक्त राष्ट्र द्वारा तय अंतरराष्ट्रीय कानून के प्रमुख मानदंडों और संप्रभुता के लिए सम्मान, आंतरिक मामलों में गैर-हस्तक्षेप और बातचीत के माध्यम से विवादों का निपटारा करने जैसे सिद्धांतों के सख्त पालन का पक्षधर है।