अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन बृहस्पतिवार को लंबे समय से अपने देश के सहयोगी रहे कुवैत पहुंचे। यहां वे शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। ब्लिंकन ने अमेरिकी राजनयिकों के एक समूह को संबोधित किया और कुवैत के शासक अमीर शेख नवाफ अल अहमद अल सबा से मिलने के लिए शाही महल रवाना हो गए।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि ब्लिंकन अपनी संक्षिप्त यात्रा के दौरान सैन्य सहयोग, क्षेत्रीय सुरक्षा और निवेश पर चर्चा को आगे बढ़ाएंगे। ब्लिंकन बुधवार देर रात भारत से कुवैत सिटी पहुंचे। लगभग 41 लाख की आबादी वाला देश कुवैत अमेरिकी राज्य न्यूजर्सी से भी छोटा है। तेल भंडार के मामले में यह देश दुनिया में छठे स्थान पर है।
साल 1991 में हुए खाड़ी युद्ध में इराक की सेना ने कुवैत पर आक्रमण कर कब्जा कर लिया था, जिसे पीछे हटाए जाने के बाद से कुवैत अमेरिका का सहयोगी रहा है। कुवैत में अमेरिका के 13,500 अमेरिकी सैनिक तैनात हैं।
बता दें कि इससे पहले अमेरिका के विदेशमंत्री एंटनी ब्लिंकन मंगलवार को दो दिवसीय यात्रा पर भारत पहुंचे थे। ब्लिंकन बुधवार को विदेशमंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय रक्षा सलाहकार अजित डोभाल से मुलाकात की थी।
अफगानिस्तान में बिगड़ते सुरक्षा हालात के बीच ब्लिंकन भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और हिंद प्रशांत क्षेत्र में क्वाड फ्रेमवर्क में सहयोग बढ़ाने के इरादे से भारत और कुवैत की यात्रा पर आए थे। ब्लिंकन ने कुवैत रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिले।