अमेरिका और रूस के बीच यूक्रेन को लेकर जारी रस्साकशी धीरे-धीरे युद्ध की तरफ बढ़ रही है। दोनों देश कूटनीतिक प्रयासों की विफलता के बाद कदम दर कदम युद्ध के करीब बढ़ रहे हैं।
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने बताया कि अमेरिका पूर्वी यूरोप में तीन हजार और सैनिक तैनात करने जा रहा है। अमेरिका के इस कदम से भड़के रूस ने यूक्रेन की सीमा पर भारी हथियारों की तैनाती बढ़ा दी है।
किर्बी ने बताया कि अमेरिकी सैनिकों के पहले जत्थे में 1700 सैनिक यूक्रेन से सीमा साझा करने वाले पोलैंड में भेजे जाएंगे, इसके साथ ही 300 सैनिक जर्मनी भेजे जाएंगे, जबकि जर्मनी में पहले से मौजूद 1000 सैनिकों को रोमानिया भेजा जाएगा किर्बी ने बताया कि ये सैनिक पिछले माह रक्षा मंत्री की तरफ से 8500 सैनिकों की तैनाती की घोषणा के अतिरिक्त हैं।
असल में अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने पिछले माह 8,500 सैनिकों को किसी भी पल तैनाती के लिए तैयार रखा है, यह सैनिक नाटो की संयुक्त 40 हजार की उस खेप का हिस्सा है, जो यूक्रेन पर रूस के आक्रामक रवैये के बाद से हाई अलर्ट पर रखे गए हैं।
नाटो के महासचिव जेंस स्टोल्टनबर्ग चिंतित
वहीं, नाटो के महासचिव जेंस स्टोल्टनबर्ग ने रूस की यूक्रेन सीमा पर जारी आक्रमक गतिविधियों पर चिंता जताते हुए कहा कि रूस ने बीते 30 वर्ष में कभी भी इतने सैनिक और हथियार बेलारूस में नहीं भेजे, जितने अब तैनात किए हैं। बीते कई दिनों से बेलारूस में रूस के सैनिकों का जमावड़ा बढ़ता जा रहा है। रूस ने बेलारूस में तीस हजार सैनिक, फाइटर जेट, एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली और इस्कंदर बैलिस्टिक मिसाइल तैनात कर रखी हैं।