विश्व
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की सुरक्षा में सेंधमारी, मचा हड़कंप
jantaserishta.com
10 April 2022 3:03 AM GMT
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वाशिंगटन: अमेरिका में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के दो जासूस गिरफ्तार किए गए हैं। दोनों अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा संभालने वाली सीक्रेट सर्विस सहित खुफिया और सुरक्षा तंत्र में सेंध लगा चुके थे। दुनिया की सबसे तेजतर्रार एजेंसी में सेंध से सनसनी फैल गई है। खतरे का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दोनों राष्ट्रपति की पत्नी जिल बाइडेन की सुरक्षा में लगे अधिकारी तक पहुंच गए थे। उन्हें महंगे तोहफे देकर जानकारियां जुटाई।
एक सीक्रेट एजेंट को सालाना 40,000 डॉलर किराये वाला आलीशान अपार्टमेंट मुफ्त में रहने के लिए दे रखा था। हालांकि, यह पहला मामला नहीं है जब अमेरिकी सुरक्षा में सेंध लगा हो।
>> सीक्रेट सर्विस ने 2012 से 2017 तक व्हाइट हाउस में कई सुरक्षा चूक का सामना करना पड़ा। 2014 में एक घुसपैठिया बाड़ से कूदकर व्हाइट हाउस में घुस गया था। बाद में पकड़ा गया।
>> 2020 में फ्लोरिडा स्थित डोनाल्ड ट्रंप के रिसॉर्ट में तीन युवा एके-47 राइफल के साथ घुस गए। हालांकि पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
>> 2019 में चीन की युजियांग डोनाल्ड ट्रंप के रिजॉर्ट में अवैध रूप से दाखिल होने पर गिरफ्तार की गई थी।
>> 2019 : चीन के शंघाई की रहने वाली एक अधेड़ महिला भी ट्रंप के रिसॉर्ट तक पहुंच गई थी। उसने कुछ फोटोग्राफ भी लिए थे। उसे भी गिरफ्तार किया गया था।
खतरा क्यों?
वाशिंगटन डीसी में रह रहे 40 वर्षीय एरियन ताहेरजादेह और 35 वर्षीय हैदर अली सीक्रेट सर्विस का एजेंट बनकर जासूसी कर रहे थे। जासूसों ने एफबीआई, नौसेना और रक्षा अधिकारियों को भी झांसा दिया था। दोनों व्हाइट हाउस और पेंटागन के संवेदनशील दस्तावेज चुराने की फिराक में थे। इनके पास से आईफोन, सर्विलांस सिस्टम, ड्रोन, टीवी, असॉल्ट राइफल, जेनरेटर आदि बरामद हुए हैं। इससे पता चलता है कि खतरा कितना बड़ा था।
चार सीक्रेट एजेंट निलंबित
ताहेरजादेह ने जिल बाइडन की सुरक्षा में लगे एजेंट को 2,000 डॉलर की असॉल्ट राइफल खरीदने की पेशकश की थी। अमेरिकी सीक्रेट सर्विस ने जासूसों के संपर्क वाले अपने चार एजेंट को निलंबित कर दिया। इन्हें महंगे तोहफे दिए गए थे।
लोगों को भी झांसे में रखा
वाशिंगटन डीसी में ये जासूस जहां रहते थे उस अपार्टमेंट में वीडियो सर्विलांस पर लगा रखा था। वहां रहने वाले इनके झांसे में आ चुके थे और वे किसी का भी फोन इस्तेमाल कर सकते थे। ये अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों को महंगे गिफ्ट देते रहते थे।
कौन है आरोपी
एरियन और हैदर को संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) ने बुधवार को गिरफ्तार किया था। आरोप है कि उन्होंने खुद को अमेरिकी अधिकारी कहकर गलत पहचान बताई और अमेरिका की सुरक्षा में सेंध लगाने की कोशिश की। अदालत में गुरुवार को अगली सुनवाई तक हिरासत में भेजे जाने का आदेश दिया। दोनों के पास पाकिस्तान और ईरान के कई वीजा भी थे।
ऐसे पकड़े गए
अधिकारियों ने कहा कि ताहेरजादेह और अली का पर्दाफाश तब हुआ जब उन्होंने एक हमले की जांच कर रहे अमेरिकी डाक निरीक्षक को कानून प्रवर्तन के सदस्य होने के बारे में झूठे बयान दिए। इसके बाद मामला एफबीआई तक पहुंचा और जांच शुरू की जहां से हथियार बरामद हुए।
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