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अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन युक्रेन-रूस संकट पर बड़ी बैठक करेंगे, फ्रांस-जर्मनी सहित कई देश होंगे शामिल

Renuka Sahu
18 Feb 2022 4:03 AM GMT
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन युक्रेन-रूस संकट पर बड़ी बैठक करेंगे, फ्रांस-जर्मनी सहित कई देश होंगे शामिल
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फाइल फोटो 

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन यूक्रेन-रूस संकट के ताजा घटनाक्रम पर चर्चा के लिए शुक्रवार को प्रमुख सहयोगियों के साथ बैठक करेंगे।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन यूक्रेन-रूस संकट के ताजा घटनाक्रम पर चर्चा के लिए शुक्रवार को प्रमुख सहयोगियों के साथ बैठक करेंगे। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के कार्यालय ने यह जानकारी दी है। ट्रडो के कार्यालय ने गुरूवार को जारी बयान में कहा, ''प्रधानमंत्री, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा आयोजित एक बैठक में भाग लेंगे। बैठक में फ्रांस, जर्मनी, इटली, पोलैंड, रोमानिया, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ और नाटो के नेताओं के साथ यूक्रेन को लेकर चर्चा की जाएगी।'' आपको बता दें कि यह बैठक डोनबास क्षेत्र में हो रही गोलाबारी की खबरों के बीच होगी।

इससे पहले दिन में डोनेट्स्क और लुहान्स्क पीपुल्स रिपब्लिक ने आरोप लगाया कि यूक्रेन के सशस्त्र बलों ने उनके ठिकानों पर गोलीबारी की है। यूक्रेन के सुरक्षा बलों ने भी डोनबास में संघर्ष विराम उल्लंघन की रिपोर्ट दी है। उन्होंने दावा कि एलपीआर बलों ने बालबाड़ी पर हमला किया है। यूक्रेन ने इसे आतंकवादी हमला करार दिया है। उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भी क्षेत्र में सुरक्षा चिंताओं को लेकर गुरूवार को बैठक की थी।
यूक्रेन रूस के साथ बातचीत के लिए हमेशा तैयार है: कस्लि्स्यिया
संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन के राजदूत सर्गेई कस्लि्स्यिया ने कहा कि यूक्रेन रूस के साथ बातचीत के लिए हमेशा तैयार है। कस्लि्स्यिया ने गुरूवार को संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल के जवाब में कहा कि हम हमेशा बातचीत के लिए तैयार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने उन्हें संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत वसीली नेबेंजिया के साथ बैठने करने के लिए कहा था। नेबेंजिया के कोरोना संक्रमित होने के कारण दोनों राजनयिकों के बीच अभी तक बातचीत नहीं हो पायी है।
यूक्रेन की सेना हमले की योजना नहीं बना रही है: जालुज्नी
वहीं, यूक्रेन के कमांडर-इन-चीफ वेलेरी जालुज्नी ने कहा कि सशस्त्र बलों डोनबास के संघर्षग्रस्त पूर्वी क्षेत्र में हमले की योजना नहीं है। पिछले कई दिनों से यूक्रेन और डोनेट्स्क तथा लुहान्स्क सीमा पर माहौल तनावपूर्ण है और दोनों पक्ष एक दूसरे पर गोलीबारी का आरोप लगा रहे है। जालुज्नी ने गुरुवार देर रात रक्षा मंत्रालय के हवाले से कहा, ''हम आधिकारिक तौर पर घोषणा कर रहे हैं कि यूक्रेन के सशस्त्र बल पूरी तरह से म्स्किक समझौतों और अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन कर रहे हैं और किसी भी आक्रामक अभियान या नागरिकों को गोलाबारी करने की योजना नहीं बना रहे हैं। हमारे कार्रवाई केवल रक्षात्मक हैं।''
उन्होंने कहा कि डोनबास में तनाव बढ़ने के लिए रूस जम्मिेदार है। उल्लेखनीय है कि कीव ने 2014 में डोनेट्स्क और लुहान्स्क के स्व-घोषित गणराज्य के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू किया था जब उन्होंने यूक्रेन की नई सरकार को मान्यता देने से इनकार करते हुए देश से स्वतंत्रता की घोषणा कर दी थी। रूस, यूक्रेन, फ्रांस और जर्मनी के नेताओं की मध्यस्थता और एक वर्ष तक चली बातचीत के बाद म्स्किक में युद्धविराम समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे। समझौता अभी तक लागू नहीं हुआ है और छिटपुट झड़पें अभी भी जारी हैं।जनता से रिश्ता वेबडेस्क।
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