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अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन ने तय किया लक्ष्य...पहले 100 दिनों में 20 करोड़ लोगों को दी जाएगी कोरोना वैक्सीन

Subhi
26 March 2021 3:48 AM GMT
अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन ने तय किया लक्ष्य...पहले 100 दिनों में 20 करोड़ लोगों को दी जाएगी कोरोना वैक्सीन
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अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ जारी टीकाकरण अभियान और अधिक तेज करने का लक्ष्य तय किया है.

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ जारी टीकाकरण (Vaccination) अभियान और अधिक तेज करने का लक्ष्य तय किया है. बाइडेन ने कहा है कि अब उनका लक्ष्य राष्ट्रपति की हैसियत से काम करते हुए अपने पहले 100 दिनों में 20 करोड़ लोगों को कोरोना का टीका देना है. राष्ट्रपति बनने के बाद गुरुवार को अपने पहले आधिकारिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने इसकी घोषणा की.

बाइडेन ने कहा, "आज मैं दूसरा लक्ष्य निर्धारित कर रहा हूं और वो यह है कि हमलोग अपने कार्यकाल के पहले 100 दिनों में 20 करोड़ लोगों को वैक्सीन देंगे. मैं जानता हूं कि यह महत्वाकांक्षी है, हमारे मूल लक्ष्य का दो गुना. लेकिन कोई दूसरा देश इसके करीब भी नहीं आ सका है जो हमलोग कर रहे हैं और मुझे पूरा विश्वास है कि हमलोग यह कर सकते हैं."

अमेरिका में अब तक दी गई 13 करोड़ कोरोना वैक्सीन डोज
अमेरिका में अब तक कोरोना वैक्सीन की करीब 13 करोड़ डोज दी गई है. अमेरिकी स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार इस समय हर रोज करीब 25 लोग लोगों को टीका लगाया जा रहा है. वहीं, अमेरिकी अधिकारियों के साथ एक असाधारण सार्वजनिक टकराव के बाद एस्ट्राजेनेका ने जोर दिया कि उसका कोविड-19 टीका विवादित अमेरिकी अध्ययन में अतिरिक्त मामलों की गणना के बावजूद भी काफी प्रभावी है.

'76 प्रतिशत तक प्रभावी है एस्ट्राजेनेका का टीका'
एस्ट्राजेनेका ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि उसने अध्ययन के आंकड़ों की पुनर्गणना की और इस नतीजे पर पहुंची कि यह टीका कोरोना वायरस संक्रमण के ऐसे मामलों में 76 प्रतिशत तक प्रभावी है, जिनमें संक्रमण के लक्षण होते हैं. इस हफ्ते की शुरुआत में किए गए अध्ययन में उसने टीके के 79 प्रतिशत तक प्रभावी होने का दावा किया था.
एक दिन पहले ही अध्ययन का विश्लेषण करने वाली एक स्वतंत्र समिति ने एस्ट्राजेनेका पर आंकड़ों को छिपाने का आरोप लगाया था. समिति ने कंपनी और अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों को कड़े शब्दों में लिखे पत्र में कहा कि कंपनी ने अध्ययन में जिक्र किए गए कुछ कोविड-19 मामलों को छोड़ दिया है.


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