विश्व

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन बोले मैं जलवायु और ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए मोदी के साथ काम करने को उत्सुक

Subhi
24 April 2021 4:05 AM GMT
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन बोले मैं जलवायु और ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए मोदी के साथ काम करने को उत्सुक
x
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को कहा कि वह भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जलवायु और ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक नई साझेदारी में काम करने के लिए उत्सुक हैं।

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को कहा कि वह भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जलवायु और ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक नई साझेदारी में काम करने के लिए उत्सुक हैं। यह हमारे द्विपक्षीय सहयोग का एक मुख्य आधार है।

बाइडेन जलवायु परिवर्तन पर आयोजित वर्चुअल शिखर सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। बाइडेन की यह टिप्पणी अमेरिका और भारत की जलवायु और स्वच्छ ऊर्जा एजेंडा 2030 साझेदारी की घोषणा के एक दिन बाद आई है। इस साझेदारी से मजबूत द्विपक्षीय सहयोग के जरिए मौजूदा दशक में पेरिस समझौते के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए कार्य करना है।

बाइडन प्रशासन ने की भारत की प्रशंसा
जलवायु परिवर्तन प्रतिबद्धता पर आगे बढ़ने के लिए जो बाइडन प्रशासन ने भारत की प्रशंसा की है। इसके साथ ही अमेरिका ने 2030 तक स्वच्छ ऊर्जा के महात्वाकांक्षी लक्ष्य को पाने के लिए अमेरिका के साथ साझेदारी में 450 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा लगाने के लिए भारत की सराहना की।
जलवायु पर बृहस्पतिवार को शिखर सम्मेलन में दोनों देशों ने भारत-अमेरिका जलवायु एवं स्वच्छ ऊर्जा एजेंडा 2030 साझेदारी की शुरुआत की। यह साझेदारी मजबूत द्विपक्षीय सहयोग के जरिये मौजूदा दशक में पेरिस जलवायु समझौते के लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में काम करेगा।
एक संयुक्त बयान में कहा गया कि यह साझेदारी दो मुख्य लक्ष्यों पर बढ़ेगी - सामरिक स्वच्छ ऊर्जा साझेदारी जिसकी सह-अध्यक्षता ऊर्जा मंत्री ग्रैनहोम करेंगे। दूसरा, जलवायु कार्य एवं वित्त संग्रहण संवाद जिसकी सह-अध्यक्षता जलवायु पर राष्ट्रपति के विशेष दूत जॉन केरी करेंगे।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि अमेरिका के साथ भारत साझेदारी में 450 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा लगाएगा।
उन्होंने कहा कि यह काफी महत्वपूर्ण है। अगर हम इसे कर पाते हैं तो भारत तापमान को 1.5 डिग्री सेंटीग्रेड तक रखने के लक्ष्य को पाने के राह पर है। भारत-अमेरिका सहयोग के लिए प्रमुख स्थानों में से एक के रूप में साझेदारी को बताते हुए संयुक्त बयान में कहा गया कि इसका ध्यान जलवायु कार्रवाई इस दशक में तत्काल प्रगति पर ध्यान केंद्रित होगा।

Next Story