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इसके साथ ही यह उनके मौलिक अधिकारों का भी हनन होगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (US President Joe Biden) ने शुक्रवार को गर्भपात (Abortion) पर ऐतिहासिक रो बनाम वेड (Roe V Wade) के फैसले को पलटने के अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट (US Supreme Court) के फैसले की आलोचना की। उन्होंने कहा कि अमेरिकी महिलाओं का स्वास्थ्य और जीवन अब जोखिम में है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद व्हाइट हाउस को संबोधित करते हुए बाइडन ने कहा, 'यह अदालत और देश के लिए दुखद दिन है।' उन्होंने प्रजनन अधिकारों के लिए संघर्ष जारी रखने का वादा किया, लेकिन कहा कि कोई भी कार्यकारी आदेश किसी महिला को चुनने के अधिकार की गारंटी नहीं दे सकता है।
बाइडन ने लोगों से किया यह आग्रह
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट द्वारा डाब्स बनाम महिला स्वास्थ्य संगठन गर्भपात मामले में फैसला सुनाए जाने के बाद टिप्पणी की। दरअसल, कोर्ट ने 24 जून 2022 को गर्भपात पर दिए ऐतिहासक रो बनाम वेड फैसले को उलट दिया। बाइडन ने मतदाताओं से कांग्रेस में सांसदों को भेजने का आग्रह किया जो गर्भपात के अधिकारों को देश के कानून के रूप में संहिताबद्ध करने के लिए काम करेंगे।
'हिंसा कभी स्वीकार्य नहीं है'
बता दें, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट द्वारा गर्भपाल पर दिए फैसले की निंदा की हैष उन्होंने कहा कि यह फैसला लाखों अमेरिकों की आजादी पर हमले के समान है। सुप्रीम कोर्ट की नौ सदस्यीय पीठ ने 5-4 के बहुमत से रो बनाम वेड के फैसले को पलट दिया, जिसमें गर्भपात को संवैधानिक अधिकार दिया गया था।
'यह फैसला महिलाओं को दुखी करने वाले होगा'
सुप्रीम कोर्ट ने गर्भपात को कानूनी तौर पर मंजूरी देने वाले 50 साल पुराने फैसले को शुक्रवार को पलट दिया।कोर्ट के तीन जजों की ओर से जारी संयुक्त आदेश में लिखा गया है कि यह फैसला अमेरिकी महिलाओं को दुखी करने वाला होगा। इसके साथ ही यह उनके मौलिक अधिकारों का भी हनन होगा।
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