रूस-यूक्रेन के बीच जंग को 84 दिन बीत चुके हैं। इसी बीच अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने घोषणा की है कि "हमने यूक्रेन की राजधानी में आधिकारिक तौर पर दूतावास संचालन फिर से शुरू कर दिया है। हम सरकार और यूक्रेन के लोगों के साथ गर्व के साथ से खड़े हैं क्योंकि वे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के क्रूर आक्रमण से अपने देश की बहादुरी से रक्षा कर रहे हैं।"
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि "जब अमेरिका ने दूतावास संचालन को निलंबित किया था, तभी यह स्पष्ट कर दिया था कि भले ही हम अपनी सुरक्षा के लिए अमेरिकी दूतावास के कर्मियों को स्थानांतरित कर रहे हैं, लेकिन इससे यूक्रेनी लोगों, सरकार और सिविल सोसाइटी के साथ-साथ सहयोगियों और साझेदारों के लिए हमारा समर्थन बंद नहीं होगा।
बयान में कहा गया है, "हमने यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। हमने सहायता जारी रखने का वचन दिया था और इसी कड़ी में हमने दूतावास का संचालन शुरू कर दिया है।"
ब्लिंकेन ने संयुक्त राष्ट्र में मंत्रिस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका द्वारा आयोजित 'ग्लोबल फूड सिक्योरिटी कॉल टू एक्शन' में मंत्रिस्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए विदेश मंत्री ब्लिंकेन ने कहा कि "2016 और 2021 के बीच, तीव्र खाद्य असुरक्षा में रहने वाले लोगों की संख्या दुनिया भर में 10.8 करोड़ (108 मिलियन) से बढ़कर 16.1 करोड़ (161 मिलियन) तक पहुंच गई है।"
ब्लिंकेन ने कहा कि "विश्व बैंक के अनुसार, यूक्रेन पर रूसी सरकार का अकारण आक्रमण, इस वर्ष दुनिया भर में चार करोड़ (40 मिलियन) अतिरिक्त लोगों को अत्यधिक गरीबी और खाद्य असुरक्षा में डाल सकता है। इसलिए 'वैश्विक खाद्य सुरक्षा' को लेकर उच्च-स्तरीय समूह को बुलाना महत्वपूर्ण था।"
विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन ब्लिंकेन के साथ 'वैश्विक खाद्य सुरक्षा' पर बैठक में लेंगे भाग
भारत के केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन बुधवार (स्थानीय समय) को 'ग्लोबल फूड सिक्योरिटी कॉल टू एक्शन' को लेकर बुलाई गई उच्च स्तरीय मंत्रिस्तरीय बैठक में भाग लेंगे। न्यूयॉर्क में हो रही इस बैठक की अध्यक्षता अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन कर रहे हैं।
मुरलीधरन अमेरिका की आठ दिवसीय यात्रा पर हैं, इस दौरान वह संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) द्वारा आयोजित किए जा रहे पहले अंतरराष्ट्रीय प्रवासन समीक्षा मंच (IMRF) के लिए भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भी कर रहे है। साथ ही वह "अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा का रखरखाव: संघर्ष और खाद्य सुरक्षा" पर यूएनएससी की ओपन डिबेट को संबोधित करेंगे।
बिलावल ने की ब्लिंकेन से मुलाकात, द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की इच्छा दोहरायी
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने बताया कि अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने बुधवार को न्यूयॉर्क के संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच आर्थिक एवं वाणिज्यिक संबंधों के साथ-साथ क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति को मजबूत करने पर चर्चा की।
दोनों नेताओं के बीच यह चर्चा ऐसे समय हुई है जब पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के शासन के दौरान अमेरिका और पाकिस्तान के द्विपक्षीय संबंधों में अभूतपूर्व गिरावट आ गई थी। दोनों नेताओं ने अफगानिस्तान की स्थिरता, यूक्रेन के लिए समर्थन और लोकतांत्रिक सिद्धांतों पर भी चर्चा की।
ब्लिंकेन ने ट्वीट किया, ''बिलावल भुट्टो जरदारी और मैंने एक मजबूत और समृद्ध अमेरिका-पाकिस्तान द्विपक्षीय संबंध के लिए अपनी साझा इच्छा की पुष्टि की। मैं जलवायु, व्यापार और निवेश और क्षेत्रीय शांति एवं सुरक्षा मुद्दों पर अपने सहयोग का विस्तार करने के लिए उत्सुक हूं।''
नेड प्राइस ने बैठक के बारे में कहा कि दोनों नेताओं ने जलवायु, निवेश, व्यापार और स्वास्थ्य के क्षेत्र में साझेदारी के साथ ही लोगों के बीच संबंधों पर विस्तार से चर्चा की। प्राइस ने कहा ,''दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय शांति, आतंकवाद का मुकाबला, अफगानिस्तान की स्थिरता, यूक्रेन के लिए समर्थन और लोकतांत्रिक सिद्धांतों पर अमेरिका-पाकिस्तान सहयोग के महत्व को रेखांकित किया।''
ब्लिंकेन ने पाकिस्तान की जी77 की अध्यक्षता का स्वागत किया और जलवायु कार्रवाई और वैश्विक खाद्य सुरक्षा को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्धता जताई। पाकिस्तान के विदेश मंत्री का प्रभार संभाल रहे बिलावल संयुक्त राष्ट्र में होने वाली 'ग्लोबल फूड सिक्योरिटी कॉल टू एक्शन' पर मंत्रिस्तरीय बैठक में भाग लेने के लिए ब्लिंकेन के निमंत्रण पर अमेरिका आए हैं। अमेरिका मई महीने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष है और ब्लिंकेन वैश्विक खाद्य सुरक्षा पर कार्रवाई के लिए बैठकें आयोजित करने के लिए न्यूयॉर्क में हैं।
उन्होंने कहा, ''हम उस काम पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं जो हम अमेरिका और पाकिस्तान के बीच अपने आर्थिक और वाणिज्यिक संबंधों को मजबूत करने के लिए कर रहे हैं, निश्चित रूप से, क्षेत्रीय सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करेंगे। पाकिस्तान अब जी77 की अध्यक्षता कर रहा है और अमेरिका जी77 के साथ हमारे संबंधों एवं संवाद और संचार को मजबूत करने के लिए उत्सुक हैं।''