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अफगानिस्तान में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (Tehreek-e-Taliban Pakistan) के कुछ हिस्सों के साथ चर्चा हो रही है.
अमेरिका (America) के एक शीर्ष अधिकारी ने शुक्रवार को पाकिस्तान (Pakistan) से कहा कि वह अपने यहां पर मौजूद सभी आतंकी संगठनों (Terrorist Organizations) के खिलाफ कार्रवाई करे. अमेरिकी अधिकारी ने इस्लामाबाद (Islamabad) की अपनी आधिकारिक यात्रा से पहले उसे फटकार लगाई है. दरअसल, पाकिस्तान ने अपने यहां और अफगानिस्तान (Afghanistan) दोनों जगहों पर आतंकवादियों के साथ सुलह करने में जुटा हुआ है. प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने खुद बताया है कि उनकी सरकार तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के साथ चर्चा कर रही है.
उप विदेश मंत्री वेंडी शर्मन (Wendy Sherman) 7-8 अक्टूबर को पाकिस्तान में अधिकारियों से मुलाकात करेंगी. शर्मन ने कहा, 'हम आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए पाकिस्तान के साथ एक मजबूत साझेदारी चाहते हैं. हम बिना किसी भेदभाव के सभी आतंकियों और आतंकवादी समूहों के खिलाफ निरंतर कार्रवाई की उम्मीद करते हैं.' अपनी यात्रा के पहले पड़ाव स्विट्जरलैंड में अमेरिकी उप विदेश मंत्री ने कहा, 'हमारे दोनों देश आतंकवाद के संकट से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं और हम सभी क्षेत्रीय और वैश्विक आतंकवादी खतरों को खत्म करने के लिए सहयोगात्मक कदमों की उम्मीद करते हैं.'
आतंक का साथ देने वाला पाकिस्तान खुद को बताया है बेकसूर
अमेरिका लंबे समय से पाकिस्तान पर अफगानिस्तान में डबल गेम खेलने का आरोप लगाता रहा है. 15 अगस्त को एक बार फिर अफगानिस्तान में तालिबान (Taliban) की वापसी हुई है. वहीं, पाकिस्तान अपने आप को बेकसूर साबित करने में लगा रहता है. उसका कहना है कि उसने आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई की है. पाकिस्तान का कहना है कि उसकी धरती पर हुए आतंकी हमलों में भी हजारों लोगों की मौत हुई है. हालांकि, पाकिस्तान के दावे पर दुनिया को यकीन नहीं है और उसे लगातार कहा जाता रहा है कि वो अपने यहां पलने वाले आतंकी संगठनों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करे.
पाकिस्तानी तालिबान संग चर्चा कर रही है इमरान सरकार
लंबे समय से अमेरिकी सैन्य अभियानों के आलोचक रहे पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को एक इंटरव्यू में कहा कि उनकी सरकार ने पाकिस्तानी तालिबान (Pakistani Taliban) के साथ हथियार डालने को लेकर बातचीत शुरू कर दी है. तुर्की के टीआरटी वर्ल्ड टेलिविजन को दिए इंटरव्यू में इमरान ने कहा, 'कुछ पाकिस्तानी तालिबान समूह वास्तव में शांति और सुलह के लिए हमारी सरकार से बात करना चाहते हैं.' उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (Tehreek-e-Taliban Pakistan) के कुछ हिस्सों के साथ चर्चा हो रही है.
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