विश्व

अमेरिकी सांसद: भारत और अमेरिका के रिश्‍ते इस समय अहम पड़ाव पर

Neha Dani
30 Sep 2021 9:19 AM GMT
अमेरिकी सांसद: भारत और अमेरिका के रिश्‍ते इस समय अहम पड़ाव पर
x
इन दुश्‍मनों को किसी भी तरह से मात देने की जरूरत है. साथ ही अमेरिका और भारत दोनों को ही समान रक्षा मंत्र पर साथ मिलकर काम करने की जरूरत है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की अमेरिका यात्रा (PM Modi in US) के कुछ दिन बाद एक शीर्ष अमेरिकी सांसद ने बुधवार को कहा कि भारत और अमेरिका के संबंधों (US India Relationship) के लिए इससे ज्यादा महत्वपूर्ण क्षण पहले कभी नहीं रहे.

मोदी की तीन दिवसीय अमेरिका यात्रा शनिवार को संपन्न हुई थी. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 76वें सत्र को संबोधित किया, पहले प्रत्यक्ष क्वाड शिखर सम्मेलन में भाग लिया और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापान के प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा के साथ द्विपक्षीय और बहुपक्षीय कार्यक्रम में हिस्सा लिया.
इस समय रिश्‍ते बहुत ही महत्‍वपूर्ण
सांसद चक शूमर ने अमेरिका-भारत रणनीतिक एवं साझेदारी मंच के चौथे सम्मेलन में कहा, 'भारत और अमेरिका के बीच संबंधों के लिए शायद इतना महत्वपूर्ण क्षण कभी नहीं रहा, जितना अभी है.' उन्होंने तीन दिवसीय ऑनलाइन कार्यक्रम के पहले दिन कहा, ' अगर हम अपने सामान्य मूल्यों पर खरे उतरते हैं, अगर हम आर्थिक विकास के अवसर पैदा करते हैं और अगर हम साझा रक्षा सुनिश्चित करते हैं, तो मेरा मानना ​​है कि अगली पीढ़ी वास्तव में धरती पर दो सबसे बड़े लोकतंत्रों की ताकत पर बनी समृद्धि की दुनिया का आनंद ले सकती है. मैं वादा करता हूं कि मैं उस नेक लक्ष्य को हासिल करने के लिए हरसंभव कोशिश करूंगा.'
इन क्षेत्रों में ध्‍यान देने की जरूरत
चक शूमर ने इस तरफ भी ध्‍यान दिलाया कि कैसे रिकॉर्ड भारतीय अमेरिकी न्‍यूयॉर्क में हैं और अमेरिकी सरकार के लिए मददगार साबित हो रहे हैं. उन्‍होंने कहा कि ये समय है जब दोनों देशों को उन मौकों की तलाश करनी चाहिए, जिसके तहत वो निवेश को बढ़ावा दे सकते हैं. उनका इशारा सेमीकंडक्‍टर और बायोटेक जैसे क्षेत्रों की तरफ था. चक शूमर की मानें तो भारत और अमेरिका को अब 5जी, साइबर सिक्‍योरिटी और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस जैसे क्षेत्रों की तरफ ध्‍यान देना चाहिए.
हर तरफ हैं दुश्‍मन
उन्‍होंने इस दौरान चीन का नाम नहीं लिया मगर कहा कि दुनिया में चारों तरफ दुश्‍मन मौजूद हैं. इन दुश्‍मनों ने कभी भी लोकतंत्र का सम्‍मान नहीं किया. ये वो देश हैं जो इस समय साइबर सिक्‍योरिटी और 5जी जैसे तकनीक में तेजी से निवेश कर रहे हैं. उनका कहना था कि इन दुश्‍मनों को किसी भी तरह से मात देने की जरूरत है. साथ ही अमेरिका और भारत दोनों को ही समान रक्षा मंत्र पर साथ मिलकर काम करने की जरूरत है.

Next Story