हिंदुस्तान को हिला देने वाले 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड में से एक साजिद मीर पर अमेरिका ने 50 लाख डॉलर का इनाम घोषित किया है. मुंबई हमले में कुल 170 लोग मारे गए थे जिसमें अमेरिका समेत कई विदेशी नागरिक भी शामिल थे.
साजिद मीर पाकिस्तान के लाहौर का रहने वाला है. साजिद मीर एफबीआई की मोस्ट वॉन्टेड की लिस्ट में भी शामिल है. 26/11 हमले की जांच के दौरान ही साजिद मीर का नाम सामने आया था. साजिद मीर आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का सीनियर मेंबर है.
चेहरा बदलने में माहिर, रखा है कई नाम
एफबीआई की वेबसाइट पर साजिद मीर की कई अलग-अलग हुलिए वाली तस्वीरें हैं. जांच एजेंसियों के मुताबिक ये शख्स चेहरा बदलने में माहिर माना जाता है. साजिद मीर कई उपनाम का इस्तेमाल करता है जैसे इब्राहिम, वासी, खालिद, वसीभाई, अली भाई, मूसा भाई, साजिद मजीद, भाई मूसा, इब्राहिम शाह. साजिद मीर हिंदी, उर्दू, इंग्लिश और अरबी भाषा का जानकार है. जांच एजेंसियों का मानना है कि साजिद मीर अब भी पाकिस्तान में ही छुपा हुआ है.
तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण की गतिविधियां तेज
दूसरी ओर, मुंबई में हुए 26/11 हमले में शामिल पाकिस्तानी मूल के कनाडाई कारोबारी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण की गतिविधियां तेज हो गई हैं. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने प्रत्यर्पण की कार्रवाई तेज कर दी है. NIA की 4 सदस्यीय टीम अमेरिका गई थी. नवंबर के पहले सप्ताह में 3 दिनों के लिए NIA की टीम अमेरिका गई थी, जहां पर उन्होंने अमेरिकी प्रशासन से मुलाकात की थी.
सूत्रों के मुताबिक तहव्वुर राणा को नए साल में भारत लाया जा सकता है. तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण 26/11 हमले में पाकिस्तान की एजेंसी ISI की गतिविधियों के बारे में और जानकारी देगा. तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण को लेकर भारत के अनुरोध के बाद उसे 10 जून को लॉस एंजिलिस में दोबारा गिरफ्तार किया गया था. तहव्वुर राणा को भारत ने भगोड़ा घोषित कर रखा है. तहव्वुर राणा के खिलाफ NIA की विशेष अदालत ने 28 अगस्त, 2018 को गिरफ्तारी वॉरंट जारी किया था.