अमेरिका और चीन के बीच की तनातनी अब ट्रेड वार में तब्दील होता जा रहा है। अमेरिका ने मानवाधिकार उल्लंघन का आरोप लगाते हुए पांच चीनी कंपनियों पर बृहस्पतिवार को प्रतिबंध लगा दिया। अमेरिका इससे पहले भी चीनी कंपनियों पर कार्रवाई कर चुका है।
अमेरिका ने होशाइन सिलिकॉन इंडस्ट्री (शानशान), शिंजियांग जीसीएल न्यू एनर्जी मेटेरियल टेक्नोलॉजी, शिंजियांग दाको न्यू एनर्जी, शिंजियांग ईस्ट होप नॉनफेरस मेटल्स और शिंजियांग प्रोडक्शन एंड कंस्ट्रक्शन कॉर्प्स पर कार्रवाई की है।
अमेरिकी श्रम विभाग ने कहा है कि ये कंपनियां अल्पसंख्यकों का दमन कर जबरन उनसे श्रम करा रही हैं। बता दें, अमेरिका ने इससे पहले भी सैन्य उद्योग क्षेत्र से जुड़ी चीन की 28 कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया था और उनमें निवेश पर रोक लगा दी थी।
व्हाइट हाउस ने अपने बयान में कहा कि ये कार्रवाई यह सुनिश्चित करने के लिए है कि बीजिंग सही व्यापारिक मानदंडों को अपनाए। वहीं, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने अमेरिका की कार्रवाई पर आपत्ति जताई और कहा कि जबरन श्रम के आरोप निराधार हैं और चीन अपनी कंपनियों के अधिकार और हितों की रक्षा करेगा। '