अमेरिकी राज्यों के गवर्नरों और शीर्ष अधिकारियों के द्विपक्षीय समूह ने भारत के साथ मजबूत द्विपक्षीय रिश्तों पर जोर दिया है। समूह ने भारतीय कॉर्पोरेट जगत से निवेश आने पर जोर दिया है। समूह का कहना है कि इससे न केवल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश बल्कि नए कौशल भी मिलेंगे और अमेरिका में रोजगारों का सृजन होगा।
वाशिंगटन में वार्षिक सिलेक्ट यूएसए इन्वेस्टमेंट समिट में शामिल होने आए 100 से अधिक भारतीय उद्योगपतियों के समूह के समक्ष पेनसिल्वेनिया, अर्कान्सस और कैलिफोर्निया के गवर्नरों समेत कई अधिकारियों ने अपनी बात रखी।
अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू द्वारा इंडिया हाउस में आयोजित कार्यक्रम में इन अधिकारियों ने कहा कि भारतीय कारोबारियों का उनके राज्यों की अर्थव्यवस्था में योगदान है, वे नए कौशल को लेकर आते हैं और सबसे महत्वपूर्ण यह कि आकर्षक रोजगारों का सृजन करते हैं। पेनसिल्वेनिया के रिपब्लिकन गवर्नर टॉम वोल्फ ने कहा कि उन्हें गर्व है कि उन्होंने भारत के साथ मित्रता को बनाए रखा, वह उसकी सराहना करते हैं।
भारत-अमेरिकी रिश्तों को द्विपक्षीय समर्थन
अर्कान्सस से डेमोक्रेटिक पार्टी गवर्नर असा हचिनसन ने कहा कि भारत-अमेरिकी रिश्तों को द्विपक्षीय समर्थन हासिल है। गर्वनरों और अन्य शीर्ष अधिकारियों का स्वागत करते हुए संधु ने कहा कि भारतीय कंपनियां अमेरिका में मजबूती, जुझारूपन और प्रतिस्पर्धा की भावना लाती हैं। उन्होंने कहा, इन कंपनियों ने स्थानीय समुदायों के लिए रोजगारों का सृजन किया है।