जनता से रिश्ता वेबडेस्क| अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के आखिरी नतीजों में देरी के कारण कई शहरों में दोनों पक्षों के समर्थकों के बीच झड़प हो गई। वॉशिंगटन में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ अश्वेतों का आक्रोश दिखाई दिया। यहां हजारों लोग व्हाइट हाउस के पास ब्लैक लाइव मैटर प्लाजा पर एकजुट हुए। पिछले कुछ दिनों से यह जगह अश्वेतों के आंदोलन का प्रमुख स्थान बना हुआ है। इन लोगों ने ट्रम्प के खिलाफ नारे लगाए। सड़कें जाम कीं और पटाखे फोड़े।
इनमें से कई लोगों की पुलिस से झड़प हो गई। वॉशिंगटन की मेयर मुरियल बॉउसर ने कहा, 'कुछ लोगों ने जानबूझकर अफरा-तफरी फैलाने की कोशिश की।' इधर, सिएटल में प्रदर्शनकारियों ने ट्रैफिक रोक दिया। पुलिस ने यहां दो गुटों में हिंसक झड़प के बाद आठ लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने कहा कि कुछ लोगों ने हमारे एक अधिकारी पर हमला किया था।
न्यूयॉर्क में लोग नारे लगा रहे थे- 'हमें इंसाफ नहीं मिला तो किसी को शांति नहीं मिलेगी।' प्रदर्शनकारियों के पोस्टरों पर लिखा था-'ट्रम्प हमेशा झूठ बोलते हैं।' प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया। यहां हिंसा की आशंका के बीच सैकड़ों दुकानें बंद रहीं। दूसरी ओर प्रशासन ने सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट जारी किया है। एजेंसियों से कहा गया है कि पूरे नतीजे घोषित होने के बाद स्थिति बिगड़ सकती है।
ट्रम्प के निशाने पर रहने वाले 'द स्क्वॉड' की चारों महिलाएं दोबारा सांसद बनीं
अमेरिकी सदन हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव में द स्क्वॉड नाम से मशहूर 4 महिला सांसद एलेक्जेंड्रिया ओकैसियो कोर्टेज, इलहान ओमर, अयाना प्रेसली और राशिदा तालिब फिर जीत हासिल करने में सफल रही हैं।
एलेक्जेंड्रिया न्यूयॉर्क से, इलहान मिनेसोटा से, अयाना मैसाच्युसेट्स से और राशिदा मिशिगन से जीती हैं। ज्यादातर मुद्दों पर प्रगतिशीलता का समर्थन करने वाली ये महिलाएं अक्सर डोनाल्ड ट्रम्प के निशाने पर रही हैं। ये चारों महिलाएं पहली बार 2018 में सांसद चुनी गई थीं। ये डेमोक्रेटिक पार्टी की लेफ्ट विंग की सदस्य हैं। इन चारों में से इलहान उमर पर कई बार इस्लामिक कट्टरपंथियों का परोक्ष समर्थन करने के आरोप लगे हैं।