बिडेन से जब यह पूछा गया कि वे जीतने के बाद अगले तीस दिनों में कौन से काम करना चाहेंगे, उन्होंने कहा कि बहुत कुछ गलत हुआ है और हो सकता है, जिसको सुधारने की जरूरत है। जो अब तक नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई करना सबसे जरूरी है। पहली जरूरत कोरोना से बेहतर तरीके से लड़ाई लड़ने की है। अर्थव्यवस्था को फिर अच्छी स्थिति में लाए जाना भी चुनौती है। दुनियाभर में अमेरिका का प्रभावी नेतृत्व दोबारा स्थापित करना आवश्यक है।
बिडेन ने राष्ट्रपति ट्रंप की नीतियों की भी आलोचना करते हुए कहा कि पूरा विश्व देख रहा है कि ईश्वर के नाम पर किस तरह से हम असामान्य स्थितियों में जी रहे हैं। उन्होंने कोरोना से लड़ाई में अपनाई जा रही नीतियों की फिर आलोचना करते हुए कहा कि अब तक देश में दो लाख 15 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका असीम संभावनाओं वाला देश है। इस पर विचार किया जाना चाहिए।
बिडेन ने कहा कि बच्चे लंबे समय से स्कूल नहीं जा पा रहे हैं, उनके बारे में भी गंभीरता से सोचना होगा। बेरोजगारी की समस्या बढ़ी है, जबकि हमारे पास बेहतर, समझदार और मेहनती युवा हैं। वहीं उपराष्ट्रपति पद की डेमोक्रेटिक प्रत्याशी कमला हैरिस ने ट्रंप पर निशाना साधते हुए कहा कि अमेरिका के इतिहास में ट्रंप का कार्यकाल पूरी तरह विफल रहा है। ट्रंप कोरोना से लड़ने में नाकाम रहे हैं। अमेरिका को ऐसे राष्ट्रपति की दरकार है जो जनता से सच बोलता हो।