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जनता से रिश्ता वेबडेस्क| अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2020 में वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के धोखाधड़ी के आरोपों को अमेरिकी चुनाव सुरक्षा अधिकारियों ने खारिज कर दिया है। साथ इसे अमेरिकी इतिहास का सबसे सुरक्षित चुनाव बताया है। रिपब्लिकन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार चुनाव में धोखाधड़ी के दावे करते रहे हैं और अभी तक हार स्वीकार नहीं किया है। वह इसे लेकर कोर्ट तक पहुंच गए हैं। अधिकारियों ने कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि किसी भी वोटिंग सिस्टम से वोट डिलीट किए गए, वोट बदले गए या किसी भी तरह से प्रभावित किया गया।
डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी के भीतर दो समितियों ने यह बात कही। वह अमेरिकी वोटिंग सिस्टम की सुरक्षा के काम लगे थे। जब राज्यों में करीबी चुनाव होते हैं, तो कई बार मतपत्रों की फिर से गिनती होती है। जहां कहीं भी करीबी चुनाव हुए वहां के प्रत्येक वोट के कागजी रिकॉर्ड हैं। ऐसे में अगर जरूरत पड़ी तो फिर से गिनती हो सकती है। इलेक्शन इन्फ्रास्ट्रक्चर गवर्नमेंट कोऑर्डिनेटिंग काउंसिल एग्जीक्यूटिव काउंसिल (GCC) और इन्फ्रास्ट्रक्चर सिक्योरिटी एजेंसी (CISA) के सदस्यों ने यह बातें एक एक संयुक्त बयान में कही।
इस बीच अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एरिजोना में जीत हासिल की है। इसके साथ ही उनकी बढ़त और मजबूत हो गई है। उन्होंने यहां 11 हजार वोटों से जीत हासिल की। यह जीत हासिल करने पर उनके खाते में 11 इलेक्ट्रोरल वोट जुड़ गए। एरिज़ोना में 1996 के बाद पहली बार राष्ट्रपति चुनाव में किसी डेमोक्रेट उम्मीदवार को जीत मिली हैं। 2016 में ट्रंप ने यहां हिलेरी क्लिंटन को हराया था।
बाइडेन के पास 538 इलेक्टोरल वोटों में से उनके पास 290 वोट हो गए हैं। वह पहले ही चुनाव के विजेता घोषित किए जा चुके हैं। राष्ट्रपति बनने के लिए 270 इलेक्टोरल वोटों की दरकार थी। वहीं ट्रंप के पास 217 इलेक्टोरल वोट्स हैं। ट्रंप को कल अलास्का में जीत मिली थी।