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अमेरिकी सैन्य बलों ने तालिबान को निशाना बनाते हुए हवाई हमले किए
काबुल, एजेंसियां। अफगानिस्तान के विभिन्न प्रांतों में पिछले तीन दिनों के अंदर कम से कम पांच तालिबानी आतंकियों को अमेरिका ने हवाई हमलों में मार गिराया है। एक स्थानीय पत्रकार के मुताबिक उसे यह जानकारी विभिन्न अफगान अधिकारियों से मिली है। अफगान पत्रकार बिलाल सरवरी के लगातार किए गए कई ट्वीट में दावा किया गया है कि अमेरिकी सैन्य बलों ने तालिबान को निशाना बनाते हुए हवाई हमले किए हैं।
कई प्रांतों में बमबारी
सरवरी ने ट्वीट करके कहा कि पिछले 52 घंटों में अफगानिस्तान के कई प्रांतों में अमेरिकी वायुसेना लगातार हवाई हमले कर रही है। हेलमंद के गर्मसिर जिले में तालिबान के एक वाहन को निशाना बनाकर खाक किया जा चुका है। यह सब तब हो रहा है जब अमेरिकी और नाटो सेनाओं के अफगानिस्तान छोड़ने के बीच तालिबान ने अफगान रक्षा सेनाओं से भीषण युद्ध छेड़ दिया है।
ध्वस्त किया तोपखाना
समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक सरवरी ने ट्वीट करके बताया कि अमेरिकी सेनाओं ने एक हवाई हमला कंधार में किया है जिसमें पांच तालिबान मारे गए हैं। इस बीच, सरवरी ने यह भी बताया कि वरदक प्रांत के सयद अबद जिले में अमेरिकी हवाई हमले में तालिबान के तोपखाने को ध्वस्त किया जा चुका है।
अलकायदा पर भी अमेरिकी नजरें
इसके अलावा, शाह वाली कोट जिले में दो अमेरिकी हवाई हमले हुए। इसमें तालिबान की दस सशस्त्र हल्के मिलेट्री ट्रकों को निशाना बनाया गया है। विगत बुधवार को अमेरिकी रक्षा मंत्री लायड आस्टिन ने कहा कि अमेरिकी सेना का फोकस अफगानिस्तान में आतंकवाद रोधी माहौल बनाना है। अमेरिका अफगानिस्तान में तालिबान के अलावा अलकायदा पर भी नजर रखेगा।
आतंकियों का 212 जिला केंद्रों पर कब्जा
वहीं समाचार एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका ने मान लिया है कि अफगानिस्तान में तालिबान का दबदबा बढ़ रहा है। युद्ध प्रभावित इस देश का आधा हिस्सा इस आतंकी संगठन के कब्जे में आ चुका है। अमेरिका के एक शीर्ष जनरल ने कहा कि अफगानिस्तान के कुल 419 जिला केंद्रों में से 212 पर अब तालिबान का कब्जा है। अमेरिकी बलों की वापसी शुरू होने के बाद से ही तालिबान रणनीतिक तौर पर मजबूत होता जा रहा है।
सरकार, लोगों और सुरक्षा बलों की परीक्षा
अमेरिकी ज्वाइंट चीफ आफ स्टाफ के चेयरमैन मार्क मिले ने बुधवार को पेंटागन में पत्रकारों से बातचीत में कहा, 'इस समय अफगानिस्तान में हिंसा बढ़ गई है। हम स्थिति की समीक्षा करने जा रहे हैं।' उन्होंने इस बात को लेकर भरोसा जताया कि अफगान बलों में देश को तालिबान के कब्जे से मुक्त कराने की क्षमता है। मार्क ने कहा, 'अफगानिस्तान की सुरक्षा को लेकर यहां की सरकार, लोगों और सुरक्षा बलों की परीक्षा होने जा रही है।'
बढ़ गया संघर्ष
मार्क ने बताया कि अभी तक तालिबान आतंकियों का अफगानिस्तान की 34 प्रांतीय राजधानियों में से किसी पर कब्जा नहीं हुआ है लेकिन वे तकरीबन आधी राजधानियों पर दबाव बना रहे हैं। इस बीच, अफगान सुरक्षा बल राष्ट्रीय राजधानी काबुल समेत प्रमुख शहरों में अपनी स्थिति मजबूत कर रहे हैं। इस देश से अमेरिकी बलों की वापसी शुरू होने के बाद से अफगान बलों और तालिबान के बीच संघर्ष बढ़ गया है।
95 फीसद अमेरिकी बलों की हो चुकी वापसी
अफगानिस्तान में 20 वर्षो के लंबे संघर्ष के बाद अब अमेरिकी बल इस देश को छोड़ रहे हैं। अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने बताया कि 95 फीसद से ज्यादा बलों की स्वदेश वापसी हो चुकी है। राष्ट्रपति जो बाइडन ने यह एलान किया है कि अमेरिका का अफगान मिशन 31 अगस्त को खत्म हो जाएगा।
जबरन धन जमा कर रहे आतंकी
समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, अफगानिस्तान के बल्ख प्रांत में तालिबान आतंकी लोगों से जबरन धन वसूल रहे हैं। वे अपने संगठन में लोगों की जबरन भर्ती भी कर रहे हैं। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि आतंकी उन इलाकों में ऐसा कर रहे हैं, जहां उनका नियंत्रण है।
ताजिकिस्तान का बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास
समाचार एजेंसी रायटर के अनुसार, अफगानिस्तान की उत्तरी सीमा से सटे ताजिकिस्तान में बड़े पैमाने पर युद्धाभ्यास किया जा रहा है। अफगानिस्तान में तालिबान के बढ़ते दबदबे और इस देश से अमेरिकी नेतृत्व वाले गठबंधन बलों की वापसी के बीच असुरक्षा को लेकर उपजे हालात में यह सैन्य अभ्यास किया जा रहा है। ताजिकिस्तान में गुरुवार को हुए सैन्य अभ्यास में करीब दो लाख 30 हजार सैनिकों ने हिस्सा लिया। यह इस देश का सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास बताया जा रहा है।
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