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पश्चिम एशिया में अमेरिकी वायुसेना ने समुद्री चौकियों पर बी-1बी बॉम्बर उड़ाया

Subhi
1 Nov 2021 3:29 AM GMT
पश्चिम एशिया में अमेरिकी वायुसेना ने समुद्री चौकियों पर बी-1बी बॉम्बर उड़ाया
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परमाणु समझौते के पटरी से उतरने के बाद ईरान से बढ़ते तनाव के बीच रविवार को अमेरिका की वायुसेना ने कहा कि उसने पश्चिम एशिया में प्रमुख समुद्री चौकियों पर बी-1बी बॉम्बर उड़ाया, इस गश्त में इस्राइल, बहरीन, मिस्र और सऊदी अरब के फाइटर जेट भी शामिल थे।

परमाणु समझौते के पटरी से उतरने के बाद ईरान से बढ़ते तनाव के बीच रविवार को अमेरिका की वायुसेना ने कहा कि उसने पश्चिम एशिया में प्रमुख समुद्री चौकियों पर बी-1बी बॉम्बर उड़ाया, इस गश्त में इस्राइल, बहरीन, मिस्र और सऊदी अरब के फाइटर जेट भी शामिल थे।

इस्राइल, सऊदी अरब, मिस्र और बहरीन के फाइटर जेट भी गश्त में हुए शामिल
अमेरिकी वायु सेना के बताया कि बी-1बी लांसर बॉम्बर ने शनिवार को फारस की खाड़ी के संकरे मुहाने होरमुज जलडमरूमध्य (स्ट्रेट) के ऊपर से उड़ान भरी। लाल सागर, बाब अल-मंडेब जलडमरूमध्य और मिस्र की स्वेज नहर के ऊपर भी उड़ान भरी गई। बीते कुछ समय से ईरान और इस्राइल के बीच जारी छाया युद्ध में होरमुज जलसंधि में मालवाहक पोतों पर हमले हुए हैं, जिसके पीछे ईरान का हाथ माना जा रहा है, इसी तरह की घटनाएं लाल सागर में भी देखने को मिली हैं।
हालांकि, ईरान ने किसी भी हमले में शामिल होने से इनकार करते हुए कहा कि वह इस्राइल की तरफ से परमाणु कार्यक्रम पर हुए हमले का बदला जरूर लेगा। ईरान के मीडिया में इस तरह की उड़ान की चर्चा नहीं है और संयुक्त राष्ट्र में ईरान के दूत ने भी इसपर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
ट्रंप ने समझौते से अमेरिका को कर लिया था अलग
ट्रंप प्रशासन की तरफ से परमाणु-सक्षम बी-52 बॉम्बरों की उड़ानों हुई थी। 2018 में ट्रंप ने 2015 में ईरान से हुए परमाणु समझौते से एकतरफा रूप से अमेरिका को अलग कर लिया था। इस समझौते के आधार पर ईरान ने आर्थिक प्रतिबंधों को उठाने के बदले में यूरेनियम संवर्धन में कमी करने पर सहमति जताई थी।
बाइडन बहाल करना चाहते हैं समझौता
राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि वह परमाणु समझौते को बहाल करना चाहते हैं, लेकिन सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के राष्ट्रपति बनने से बातचीत पटरी से उतर गई है। बहरहाल, बी 1-बी बॉम्बर भेजकर बाइडन ने क्षेत्रीय सहयोगियों को आश्वासन के साथ ईरान को एक स्पष्ट संदेश दिया है।

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